जवानों के साथ जो हुआ उससे संत समाज भी दुखी : राजकुमारी
मेदिनीनगर : हमारे देश में आज जवानों के साथ जो हुआ उससे सभी संत-समाज दु:खी है। भारत के जो भी हमारे शहीद जवान हैं उनके लिए हम सभी को कुछ ना कुछ ऐसा करना चाहिए जिससे आतंकवाद रोका जाए।
मेदिनीनगर : हमारे देश में आज जवानों के साथ जो हुआ उससे सभी संत-समाज दु:खी है। भारत के जो भी हमारे शहीद जवान हैं उनके लिए हम सभी को कुछ ना कुछ ऐसा करना चाहिए जिससे आतंकवाद रोका जाए। उक्त बातें मानस माधुरी राजकुमारीजी शहरा के जनकपुरी मंदिर में चल रहे श्रीराम चरित मानस नवाह्न परायण पाठ महायज्ञ के 43 वां अधिवेशन के दौरान श्रद्धालुओं को रामकथा सुनाने के दौरान कही। कहा कि आतंकवाद नहीं होना चाहिए। क्योंकि इससे हमारे देश का नुकसान हो रहा है। संकीर्तन सम्राट विनोद पाठक ने कहा कि छोटा परिवार सुखी परिवार नहीं, बल्कि संस्कारी परिवार सुखी परिवार होता है। रावण उत्तम खानदान पुलस ऋषि का नाती था। शिव और ब्रह्मा जिसकी पूजा करते हैं, लेकिन रावण के खानदान में संस्कार नहीं है। इसीलिए रावण पराई नारी सीता को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए कई प्रलोभन देता है। संस्कार से व्यक्ति बड़ा होता है और बनता है। रामचरितमानस संस्कारशाला है। आज हर प्रकार के प्रदूषण को मिटाने के लिए यंत्र बने लेकिन विचार प्रदूषण को मिटाने के लिए एकमात्र यंत्र रामचरित मानस का पंडाल है। मानस कोकिला रागनी पराशर ने कहा कि हमारे समाज में यह देखा जा रहा है कि आजकल लोग कथा तो बहुत सुनते हैं लेकिन उस कथा का मनन, ¨चतन, विचार अवश्य करना चाहिए। जब तक हम इसका अध्ययन करने के साथ साथ अपने जीवन में नहीं उतारेंगे तब तक समाज आगे नही बढ़ेगा। मौके पर यज्ञ समिति अध्यक्ष सुधीर तिवारी, संचालन समिति अध्यक्ष जितेंद्र तिवारी, राजनाथ तिवारी, सत्येंद्र तिवारी समेत काफी संख्या में श्रोता श्रद्धालु उपस्थित थे।