लेखकों, कवियों व साहित्यकारों को जोड़ने की चलेगी मुहिम
मेदिनीनगर : वर्तमान समय में विचारहीनता जितना खतरनाक है, उतना ही खतरनाक विचारों की गुलामी भी है। ऐसे
मेदिनीनगर : वर्तमान समय में विचारहीनता जितना खतरनाक है, उतना ही खतरनाक विचारों की गुलामी भी है। ऐसे में विचारों के घालमेल की प्रवृत्ति विकसित हो रही है। यह सबसे खतरनाक है।
उक्त बातें इप्टा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति सदस्य शैलेंद्र कुमार ने कहीं। वे प्रगतिशील लेखक संघ पलामू इकाई की कमेटी निर्माण के लिए आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस बीच संघ के 21 सदस्यीय जिला कमेटी का गठन किया गया। सर्वसम्मति से जिलाध्यक्ष पंकज श्रीवास्तव व सचिव नुदरत नवाज को बनाया गया। गठित कमेटी के लिए पांच सदस्यीय संरक्षक मंडल भी चयनित किए गए। इसमें केडी झा, गोकुल बसंत, शब्बीर अहमद और शैलेंद्र कुमार को शामिल किया गया है। इसके अलावे शिव शंकर प्रसाद, प्रो नसीम रेयाजी व रमेश पांडेय को उपाध्यक्ष व डॉ इंतेखाब असर, एमजे अजहर और प्रेम प्रकाश को संयुक्त सचिव की जवाबदेही सौपी गई है। 21 सदस्यीय कमेटी के कार्यकारिणी में डॉ मकबूल मंजर, नौशाद अहमद खां को रखा गया है। मौके पर संगठन के नए पदाधिकारियों ने सदस्यता अभियान चलाकर लेखकों, कवियों व साहित्यकारों को संघ से जोड़ने की मुहिम चलाने की बात कही। कमेटी गठन के बाद डॉ मकबूल मंजर की लिखित छांव मेरे हिस्से की नामक पुस्तक के लोकार्पण पर चर्चा हुई। निर्णय लिया गया कि 23 फरवरी को पुस्तक का लोकार्पण किया जाएगा। बैठक की अध्यक्षता कर रहे पंकज श्रीवास्तव ने अंत में उपस्थित साहित्यकर्मियों को धन्यवाद प्रेषित किया। बैठक में डॉ इंतेखाब असर, शिवशंकर प्रसाद, एमजे अजहर, रमेश पांडेय, प्रो नसीम रेयाजी, नौशाद अहमद, रवि शंकर, दिनेश कुमार शर्मा, शशि पांडेय व प्रेम प्रकाश आदि उपस्थित थे।