Lok Sabha Polls 2019: वोट के लिए देश और समाज को बांटते हैं आज के नेता
Lok Sabha Polls 2019. विश्रामपुर प्रखंड के बरीगांवा गांव निवासी 98 वर्षीय वयोवृद्ध समाजसेवी रामचंद्र दूबे ने कहा कि वे चुनाव की वर्तमान परिस्थिति से काफी नाराज हैं।
विश्रामपुर (पलामू), जासं। विश्रामपुर प्रखंड के बरीगांवा गांव निवासी 98 वर्षीय वयोवृद्ध समाजसेवी सह लोहड़ा उच्च विद्यालय पंडवा के सेवानिवृत प्राचार्य रामचंद्र दूबे ने कहा कि वे चुनाव की वर्तमान परिस्थिति से काफी नाराज हैं। आज के नेता वोट के लिए देश व समाज को बांटने से भी परहेज नहीं कर रहे हैं।
कहा कि देश में कराए गए पहले लोकसभा चुनाव को लेकर लोगों में काफी उत्साह था। सभी के भीतर एक उमंग थी कि हमारे मतदान करने से एक बेहतर राष्ट्र का निर्माण होगा। ऐसा लग रहा था, मानो होली व दीवाली से भी बड़ा कोई त्योहार हो। दूबे ने कहा कि देश में हुए पहले लोकसभा चुनाव के दौरान पांकी में उनकी चुनावी ड्यूटी लगी थी।
बहुत खुश थे कि चुनाव कार्य को अपनी आंखों से देखकर राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभाएंगे। उन दिनों लोग गांव के वृद्धों की टोली में बैठकर चुनाव पूर्व बैठकर समीक्षा करते थे। कौन प्रत्याशी योग्य है। किसे वोट दिया जाए। प्रत्याशी अच्छा नहीं होने पर लोग वोट नहीं देने जाते थे। चुनाव के बाद भी लोग शाम को एक जगह जमा होकर देश व समाज के बारे में सोचते थे। आज लोग सिर्फ अपने बारे में सोचते हैं। इससे राष्ट्र का भला होने वाला नहीं है।