जिला स्थापना समिति ने 26 चतुर्थवर्गीय कर्मियों को किया बर्खास्त
संवाद सहयोगी मेदिनीनगर (पलामू) जिला स्थापना समिति ने जिले के विभिन्न विभागों में विज्ञापन संख्या
संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर (पलामू) : जिला स्थापना समिति ने जिले के विभिन्न विभागों में विज्ञापन संख्या 01-2010 के आलोक नियुक्त किए गए 26 चतुर्थवर्गीय कर्मियों में सेवा से बर्खास्त कर दिया है। जानकारी के अनुसार इनकी नियुक्ति की समीक्षा के बाद सभी से प्राप्त स्पष्टीकरण आधारहीन व असंतोषजनक पाया गया था। समिति ने सभी संबंधित नियुक्ति पदाधिकारियों को सभी विलंबित कर्मियों को अपने स्तर से उनके निलंबित तिथि से सेवामुक्त करने का तत्काल आदेश निर्गत कर दिया है। हालांकि इन कर्मियों में से सदर प्रखंड स्थित पीएचसी में अनुसेवक के पद पर कार्यरत भरत कुमार दुबे पिता धनवंत दुबे ने रेल विभाग में गुड्स गार्ड के पद पर चयन के बाद 12 दिसंबर को त्यागपत्र दे दिया था। इसी तरह नौडीहा बाजार अंचल कार्यालय में कार्यरत महेंद्र कुमार रजक का चयन आपदा प्रबंधन विभाग अंतर्गत एक्स-रे तकनीशियन पद पर होने के बाद त्यागपत्र दे दिया है। समिति ने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के पांकी स्थित अवर प्रमंडलीय कार्यालय में कार्यरत शैलेंद्र मिश्रा पिता उमेश मिश्रा को भी कार्यमुक्त करने का निर्णय लिया गया है। जानकारी के अनुसार कई बार स्पष्टीकरण के बाद भी शैलेंद्र कुमार मिश्रा ने निर्धारित अवधि के अंदर स्पष्टीकरण नहीं दिया था। बाद में नजारत उप समाहर्ता स्तर से सेवामुक्त करने की स्वीकृति के लिए उपायुक्त पलामू के समक्ष संचिका उपस्थापित किया गया था। जानकारी के अनुसार जिला स्थापना समिति की बैठक में चतुर्थवर्गीय कर्मचारी के पद पर नियुक्ति के लिये पैनल निर्माण के लिए प्रकाशित विज्ञापन संख्या 01-2020 व झारखंड उच्च न्यायालय द्वारा पारित विभिन्न आदेशों पर चर्चा की गई। इसमें बताया कि विज्ञापन के आलोक में विभिन्न विभागों में 255 चतुर्थवर्गीय पदों के विरूद्ध कुल 255 अभ्यर्थियों का चयन किया गया था। बैठक में पाया गया कि 75 कर्मी पूर्व से ही विभिन्न विभागों में नियुक्त हैं। नियुक्ति के लिए तैयार पैनल में शामिल 51 अभ्यर्थियों के विरूद्ध आपराधिक मामला दर्ज है। शेष बच गये 124 अभ्यर्थियों में से बीरेंद्र प्रताप सिंह व उदित नारायण महतो जिला स्थापना शाखा में अब तक उपस्थित नहीं हुए हैं। इसी तरह गौरव कुमार जायसवाल बीसी टू का चयन बीसी वन में होने के कारण इनका चयन स्थगित रखने का निर्णय लिया गया। इस तरह कुल 121 अभ्यर्थियों का चयन किया गया था। इससे पहले सात नवंबर को आयोजित बैठक में कुल 30 अभ्यर्थियों से स्पष्टीकरण की मांग की गई थी। इनमें से चैनपुर के ताली गांव निवासी विकास कुमार तिवारी पिता मार्कंडेय तिवारी व पांकी के नुरू गांव निवासी शंकर साव पिता मोहर साव ने डीईओ पलामू के कार्यालय में योगदान नहीं दिया था। वहीं भवन निर्माण विभाग पलामू के कार्यालय में पदस्थापित दिगंबर कुमार पूर्व में ही त्यागपत्र दे चुके हैं।
हटाए गए चतुर्थवर्गीय कर्मी
: सेवा मुक्त किए गए कर्मियों में समाहरणालय में कार्यरत रामप्रवेश राम पिता चंद्रदेव राम, श्यामलाल चौधरी पिता विशुनी चौधरी, उपेंद्र राम पिता तिलकधारी राम, रामचंद्र राम पिता रामऔतार राम, महेंद्र कुमार रजक पिता लक्ष्मण रजक व कार्तिक कुमार पिता अंबिका राम शामिल हैं। इसी तरह स्वास्थ्य विभाग के धीरेंद्र कुमार सिंह पिता बिगन सिंह, मुन्नी देवी पिता स्व. रामजन्म सिंह, मुखराम महतो पिता स्व. सागर महतो, संजय कुमार पिता जगत राम, उपेंद्र चौधरी पिता लक्ष्मण राम, विनोद कुमार पिता मधेश्वर सिंह, उमाशंकर प्रसाद पिता नरसिंह साव, सुनील राम पिता स्व. लक्ष्मण राम, नागेंद्र दूबे पिता राममहल दुबे, उपेंद्र कुमार महतो पिता बालकेश महतो, अंजनी कुमार पिता कामेश्वर महतो, अनुज कुमार चौबे पिता इंद्रजीत चौबे, सुरेंद्र राम पिता बंशी डोम, तौहीद खान पिता अब्दुल सत्तार खान, रंजीत कुमार पिता स्व. बांकेमोहन प्रसाद, भरत कुमार दुबे पिता धनवंत दुबे, नंद लाल तिवारी पिता रामसागर तिवारी, सतीश कुमार शर्मा पिता रामरेखा मिस्त्री व मनोज कुमार पटेल पिता सुरेंद्र सिंह शामिल हैं। इसके अलावा पेयजल एवं स्वच्छता विभाग से शैलेंद्र मिश्रा पिता उमेश मिश्रा को सेवा मुक्त किया गया है।