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आधा दर्जन निजी अस्पतालों की हुई जांच-पड़ताल

ली़ड-------- छतरपुर पहुंची जिलास्तरीय टीम कई अस्पतालों के कागजात मिले अधूरे दी गई चेतावनी

By JagranEdited By: Published: Mon, 02 Aug 2021 06:23 PM (IST)Updated: Mon, 02 Aug 2021 06:23 PM (IST)
आधा दर्जन निजी अस्पतालों की हुई जांच-पड़ताल
आधा दर्जन निजी अस्पतालों की हुई जांच-पड़ताल

ली़ड--------

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छतरपुर पहुंची जिलास्तरीय टीम, कई अस्पतालों के कागजात मिले अधूरे, दी गई चेतावनी

मुख्य बातें

कई में निजी अस्पतालों में चिकित्सक ही नहीं थे, मिली कई गड़बड़ियां

सात दिनों के भीतर कागजात पूर्ण कराने का दिया गया निर्देश

मनमानी करने वाले निजी अस्पतालों के संचालकों पर कार्रवाई तय : सीएस फोटो : 02 डालपी 20

कैप्शन : छतरपुर के सूर्या सेवा सदन अस्पताल का निरीक्षण करते बायें जिला स्तरीय टीम के अध्यक्ष डा एमपी सिंह। संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर (पलामू) : जिले भर में संचालित फर्जी क्लीनिकों और झोलाछाप चिकित्सकों की अब खैर नहीं है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने वैसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की जिला स्तरीय टीम ने छतरपुर स्थित आधा दर्जन निजी अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया। टीम का नेतृत्व सिविल सर्जन डा.अनिल कुमार सिंह कर रहे थे। पदाधिकारियों की टीम छतरपुर स्थित सूर्या सेवा सदन, गायत्री क्लीनिक , वनांचल हास्पिटल, मां सरजी हास्पिटल, शिशु हास्पिटल, रानी हास्पिटल, शशि स्वास्थ्य संस्थान, मां कलावती नर्सिंग होम पहुंची। अधिकांश अस्पतालों के पास पूर्ण कागजात नहीं थे। शिशु अस्पताल के संचालक मौजूद नहीं थे। इसलिए वहां के कर्मचारियों ने कागजात प्रस्तुत करने में असमर्थता जताई। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कई अस्पतालों में चिकित्सक ही मौजूद नहीं है। सिविल सर्जन अस्पतालों में खामियां देख भड़क उठे। एक सप्ताह के भीतर अस्पताल से संबंधित तमाम कागजात पूर्ण कराने का निर्देश दिया। सिविल सर्जन ने कहा कि पुन: निरीक्षण करने के दौरान कागजात या अन्य मामलों में खामियां मिली तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। कहा कि तमाम प्रबंधकों को गाइडलाइन के तहत ही अस्पताल का संचालन करना होगा। मनमानी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई तय है। टीम में जिला मलेरिया पदाधिकारी डा एमपी सिंह, डीडीएम शशिकांत तिवारी, महामारी विशेषज्ञ डा अनुप सिंह व छतरपुर के बीडीएम अमित सिंह शामिल थे। इधर टीम के निरीक्षण की खबर मिलते कई फर्जी क्लिनिकों को बंद कर संचालन फरार हो गए। छतरपुर में झोलाछाप चिकित्सकों के बीच भय का माहौल बन गया है। मालूम हो कि निजी क्लीनिकों में इलाज के दौरान लापरवाही बरतने का मामला लगातार सामने आते रहता है। गलत इलाज से कई लोगों की मौत हो जाती है। मौत के बाद हंगामा और तोड़फोड़ भी होती है।


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