तीन मौतों से दहला कव्वल गांव, पसरा मातम
हंसमुख व मिलनसार थे अखिलेश यादव पिता की भी दुर्घटना में हुई थी मौत स्वजनों के चीत्कार से माह
हंसमुख व मिलनसार थे अखिलेश यादव, पिता की भी दुर्घटना में हुई थी मौत
स्वजनों के चीत्कार से माहौल हुआ गमगीन, सूचना पर गांव में जुटी भीड़
संवाद सूत्र, छतरपुर (पलामू) : छतरपुर थाना क्षेत्र के कव्वल गांव निवासी धनबाद में एएसआई के पद पर कार्यरत अखिलेश प्रसाद यादव , उनकी पत्नी प्रमिला देवी व उनके 9 वर्षीय मंझले पुत्र गुलशन कुमार की सड़क हादसे में हुई मौत के बाद कव्वल गांव में मातम का माहौल है। तीन शवों के गांव पहुंचते ही स्वजन के चीत्कार से लोगों को दिल दहल गया। हमेशा हंसमुख व मिलनसार मिजाज के अखिलेश कई दिन पूर्व अपने मंझले पुत्र गुलशन के बीमार होने के खबर सुन घर पर आए थे। उसका इलाज के लिए घर से रांची में ही एक चिकित्सक के पास जा रहे थे। रास्ते में सतबरवा थाना अंतर्गत पोल पोल के पास सड़क दुर्घटना में दंपती व पुत्र की मौत हो गई। अखिलेश ने जिला पुलिस बल में 2005 में योगदान दिया था। इनकी एक पत्नी व तीन पुत्र थे। इनमें 11 वर्षीय सबसे बड़ा पुत्र रौशन,मंझला गुलशन व सबसे छोटा पुत्र गोल्डन है। दुर्घटना में मंझला बेटा गुलशन की भी मौत हो गई। गांव के अमित ने बताया की अखिलेश के पिता कृत यादव पीडब्ल्यूडी में सरकारी रोलर ड्राइवर थे । दो वर्ष पूर्व ही हाइवा की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई थी। अखिलेश यादव के तीन भाई थे। इनमें दीपक यादव केंद्रीय बल में नौकरी करते है। मंझला भाई विनोद यादव को पिता के मृत्यु के बाद पीडब्ल्यूडी में नौकरी मिल गई है।
बेटों को बोल कर गए थे ध्यान रखना
अखिलेश ने अपने दोनों बेटों रौशन व गोल्डन को घर में ध्यान से रहने और पढ़ने की बात कह कर बुधवार की सुबह करीब चार बजे निकले थे। अपने माता-पिता के साथ भाई का शव देख दोनों बच्चों का रो रो कर बुरा हाल है। उनकी रुलाई देख कर आस पास के लोग की आंखों के आंसू नही रुक रहे हैं। देर शाम गांव के श्मशान घाट पर तीनों शवों का एक साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। बड़े बेटे रौशन ने मुखाग्नि दी।