ईद की ऑनलाइन शॉपिग कर रहे युवा
संवाद सहयोगी मेदिनीनगर पलामू के लिए पहली ईद लॉकडाउन के बीच मनेगी। लॉकडाउन के कारण रमजान में रोजेदारों ने घरों के भीतर नमाज और इबादतें की। बाजार बंद रहने के कारण सड़कें भी वीरान रहीं।
संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर : पलामू के लिए पहली ईद लॉकडाउन के बीच मनेगी। लॉकडाउन के कारण रमजान में रोजेदारों ने घरों के भीतर नमाज और इबादतें की। बाजार बंद रहने के कारण सड़कें भी वीरान रहीं। हालांकि लॉकडाउन के चौथे चरण में प्रशासनिक स्तर पर मिली छूट के बाद सड़क के किनारे चंद दुकानें लगीं पर रौनक नहीं लौटी। सुबह से शाम तक बाजार क्षेत्र में लोग पहुंचे जरूर पर इनकी संख्या काफी कम रही। शहर समेत पूरे पलामू जिला में 80 प्रतिशत मुसलमानों ने इस बार ईद में नए कपड़े नहीं बनाए। हां बच्चों के लिए लोगों ने कुछ कपड़े जरूर खरीदे। इधर कुछ युवा वर्ग ईद को लेकर आनलाइन शॉपिग कर रहे हैं। हाल के दिनों में एप के माध्यम से आनलाइन शॉपिग का प्रचलन बढ़ा है। अधिकांश युवा जिस पैंट, टी-शर्ट, शर्ट आदि की खरीदारी के लिए ऑनलाइन शॉपिग को पसंद कर रहे हैं। शनिवार को शहर में लगी चंद फूटपाथी दुकानों का जायजा लिया गया। बताया कि कुछेक लोग पहुंच रहे हैं। दुकानें बंद रहने की वजह से भी लोगों ने कपड़ों की खरीदारी नहीं की। इसके अलावा मुहल्लों में भी कई फुटपाथी दुकानें सजी हैं। जूता-चप्पल, कर्ता, बेल्ट, टोपी, गमछा, इत्र आदि की यदाकदा बिक्री हो रही है। मालूम हो कि ईद के लिए महज एक दिन शेष है। ईद की नमाज ईदगाह व मस्जिदों में नहीं होने के कारण लोग ईद की अंतिम तैयारी में विशेष रूची नहीं ले रहे हैं। इधर, लच्छा व सेवई की भी फूटपाथ पर दुकान लगी है। 80 रूपए से 150 रूपए प्रति किलो की दर लच्छा उपलब्ध है। इस बार पटना व अन्य जगहों से लच्छा नहीं आने के कारण स्थानीय स्तर पर बनने लच्छे की बिक्री हो रही है। लच्छा दुकानदार अब्दुल अलीम, मो एकबाल,मो मिटू ,मो शेरू,मो मल्लू आदि ने बताया कि इस बार पिछले वर्ष की तुलना में 20 प्रतिशत से भी कम लच्छा-सेवईं की बिक्री हुई है। गांव के लोगों को आना बंद है।