परंपरागत नृत्य-गीत हमारी सांस्कृतिक पहचान : विधायक
चैनपुर : परंपरागत नृत्य गीत हमारी सांस्कृतिक पहचान है। सदियों से चली आ रही परंपराएं पर्व त्यौहार आदि धरोहर है। हमें इसे अक्षुण्ण बनाए रखना होगा। उक्त बातें स्थानीय विधायक सह वन विकास निगम के अध्यक्ष आलोक कुमार चौरसिया ने कही। वे शुक्रवार को चैनपुर प्रखंड के जयनगरा गांव में आयोजित जतरा कार्यक्रम के सम्मान समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि पर्व त्योहार से परस्पर समन्वय प्रेम व सौहार्द का वातावरण कायम होता है।
चैनपुर,पलामू : परंपरागत नृत्य गीत हमारी सांस्कृतिक पहचान है। सदियों से चली आ रही परंपराएं पर्व त्योहार आदि धरोहर हैं। हमें इसे अक्षुण्ण बनाए रखना होगा।
उक्त बातें स्थानीय विधायक सह वन विकास निगम के अध्यक्ष आलोक कुमार चौरसिया ने कहीं। वे शुक्रवार को चैनपुर प्रखंड के जयनगरा गांव में आयोजित जतरा कार्यक्रम के सम्मान समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि पर्व त्योहार से परस्पर समन्वय प्रेम व सौहार्द का वातावरण कायम होता है। इसे मिलजुलकर मनाएं। रांची मांडर के बीडीओ विष्णुदेव कक्षप ने कहा कि सदियों से चली आ रही हमारी सनातन सभ्यता संस्कृति व संस्कार गौरवशाली हैं। हमें इस पर कायम रहते हुए अपनी परंपराओं को बनाए रखना होगा। इसके पूर्व गांव के मध्य स्थित अखरा पर नृत्य करते हुए अतिथियों का स्वागत किया गया। अखरा पर अनादि धर्मेश चाला आयो की पूजा की गई। जय धर्मेश की गूंज से क्षेत्र गुंजायमान होता रहा। पूजा अर्चना के बाद नृत्य गीत का कार्यक्रम किया गया। कार्यक्रम में जिला पाहन ¨बदेश्वर उरांव, अद्दि कुडुख सरना समाज के अध्यक्ष सियोन बाखला, श्यामलाल उरांव, सतीश उरांव, चियांकी की पंचायत समिति सदस्य बसंती देवी, प्रो. कमलेश पांडेय, प्रो. सतेंद्र पांडेय आदि मौजूद थे। कार्यक्रम संचालन में यूगेश्वर उरांव, संजय उरांव, संतोष उरांव, नागेंद्र उरांव आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
बॉक्स
कलाकारों का हुआ जुटान, मांदर की थाप पर झूमे लोग
संवाद सूत्र, चैनपुर : जयनगरा गांव में शुक्रवार को आयोजित जतरा में जिले के छतरपुर पिपरा पाटन पांकी सतबरवा समेत चैनपुर के विभिन्न गांवों से जनजातीय नृत्य गीत मंडली व वाद्य यंत्र कलाकारों का जुटान हुआ। मांदर की थाप पर युवक युवतियां थिरकते नजर आए। नृत्य गीतों से कलाकारों ने समां बांधे रखा। बॉक्स:
नगाड़ा व मांदर किया भेंट, चैनपुर : जतरा में शिरकत करने आए बीडीओ विष्णु देव कच्छप ने विभिन्न मंडलियों को नगाड़ा मांदर आदि वाद्य यंत्र भेट किया। उन्होंने सभी मंडलियों को पांच पांच सौ रु नगद राशि देकर सम्मानित किया। मौके पर उन्होंने गांव के आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों की पढ़ाई में आर्थिक मदद सहित अन्य सहयोग करने की बात कही। इसके अलावा उन्होंने गांव के असहाय लोगों के लिए सौ कंबल देने की घोषणा की।