इंदिरा गांधी के दूरदर्शी निर्णय से राष्ट्र को मिली थी मजबूती
स्थानीय कांग्रेस भवन में मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 102 वी जयंती मनाई गई। इसे लेकर आयोजित एक कार्यक्रम में कांग्रेसजनों ने पूर्व प्रधानमंत्री को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित किया। कार्यक्रम की शुरूआत पूर्व प्रधानमंत्री व कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष की चित्र पर माल्यपर्ण से किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष बिट्टू पाठक व संचालन अजय साहू ने किया। जिलाध्यक्ष ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को राजनीति विरासत में मिली थी । वे सियासी उतार-चढ़ाव को बखूबी समझती थीं। यही वजह रही कि उनकी प्रतिभा का न सिर्फ देश बल्कि विदेश के नेता भी लोहा मानने लगे थे। वे एक अजीम शख्सियत थीं। राजनीतिक दूरदर्शिता के कारण उनके निर्णयों ने देश की मजबूती देने का काम किया था। वे लाल बहादुर शास्त्री के मंत्रिमंडल में सूचना एवं
संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर: स्थानीय कांग्रेस भवन में मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 102 वी जयंती मनाई गई। इसे लेकर आयोजित एक कार्यक्रम में कांग्रेसजनों ने पूर्व प्रधानमंत्री को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित किया। कार्यक्रम की शुरूआत पूर्व प्रधानमंत्री व कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष की चित्र पर माल्यपर्ण से किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष जैश रंजन पाठक व संचालन अजय साहू ने किया। जिलाध्यक्ष ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को राजनीति विरासत में मिली थी । वे सियासी उतार-चढ़ाव को बखूबी समझती थीं। यही वजह रही कि उनकी प्रतिभा का न सिर्फ देश बल्कि विदेश के नेता भी लोहा मानने लगे थे। वे एक अजीम शख्सियत थीं। राजनीतिक दूरदर्शिता के कारण उनके निर्णयों ने देश की मजबूती देने का काम किया था। वे लाल बहादुर शास्त्री के मंत्रिमंडल में सूचना एवं प्रसारण मंत्री का दायित्व संभाला। बैंकों का राष्ट्रीयकरण करने का उनका साहसिक फैसला देश को आर्थिक मजबूती देने का काम किया था। बांग्लादेश का गठन व मैत्री व सहयोग संधि करने में सफल होने के बाद बहुत तेजी से भारतीय राजनीति के पटल पर उभरी। मौके पर शमीम अहमद राईन, तपेश्वर प्रसाद, ईश्वरी प्रसाद सिंह, जैनेंद्र पांडेय, विनोद तिवारी, सुधीर चौबे, संतोष चौबे, चितामणि तिवारी, छोटू पाठक, राजेश चौरसिया, मणिकांत सिंह, बाबू सिंह, मुन्ना खान सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।