दीन-दुखियों की सेवा सबसे बड़ा धर्म : सतवीर
संवाद सूत्र, मेदिनीनगर : गरीबों का निश्शुल्क ईलाज जरूरी है। गरीबों व दीन-दुखियों की सेवा ही मानव सेवा है। इनकी सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं। उक्त बातें द गुरुकुलम इंटरनेशनल स्कूल के चेयरमैन सतवीर ¨सह राजा ने कही। वे द गुरूकुलम इंटरनेशनल स्कूल की ओर से सतबरवा सूर्य मंदिर रामघाट प्रांगण में लगाए गए निश्शुल्क स्वास्थ्य शिविर कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस अवसर पर स्कूल के निदेशक गुरबीर ¨सह ने कहा कि स्कूल परिवार समाजसेवा का भी बीड़ा उठाया है। रक्तदान से लेकर लोगों को निश्शुल्क ईलाज के लिए कार्य किए जा रहे हैं। कोई भी गरीब व जरूरतमंद स्कूल प्रबंधन से मिलकर रक्त प्राप्त कर अपने परिजनों के जीवन को बचा सकता है। गरीबों व दीन-दुखियों की सेवा समाजिक व मानविक कार्य है। स्कूल परिवार ऐसे कार्य को बखूबी अंजाम देता रहेगा।
मेदिनीनगर : गरीबों का निश्शुल्क ईलाज जरूरी है। गरीबों व दीन-दुखियों की सेवा ही मानव सेवा है। इनकी सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं। उक्त बातें द गुरुकुलम इंटरनेशनल स्कूल के चेयरमैन सतवीर ¨सह राजा ने कही। वे द गुरूकुलम इंटरनेशनल स्कूल की ओर से सतबरवा सूर्य मंदिर रामघाट प्रांगण में लगाए गए निश्शुल्क स्वास्थ्य शिविर कार्यक्रम में बोल रहे थे। स्कूल के निदेशक गुरबीर ¨सह ने कहा कि स्कूल परिवार समाजसेवा का भी बीड़ा उठाया है। रक्तदान से लेकर लोगों को निश्शुल्क ईलाज के लिए कार्य किए जा रहे हैं। कोई भी गरीब व जरूरतमंद स्कूल प्रबंधन से मिलकर रक्त प्राप्त कर सकता है।गरीबों व दीन-दुखियों की सेवा सामाजिक व मानवीय कार्य है। स्कूल परिवार ऐसे कार्य को बाखूबी अंजाम देता रहेगा। इस अवसर पर सदर अस्पताल के डिप्टी सुपरीटेंडेंट डा. एसके रवि ने कहा कि स्कूल प्रबंधन ने सामाजिक कार्य कर मानव सेवा का परिचय दिया है। इस अवसर पर डीएस डा. एसके रवि डा. आरके रंजन ने 200 से अधिक मरीजों का इलाज किया। मौके पर संजय कुमार, समाज सेवी आशीष भारद्वाज, अतुल कुमार, सौरभ कुमार, अभिनव कुमार, विद्यालय के प्रधानाध्यापक अर¨वद कुमार चौबे समेत कई शिक्षक मौजूद थे।