श्रद्धा के साथ मना गुरुनानक देव जी का 551 वां प्रकाश पर्व
संवाद सहयोगी मेदिनीनगर (पलामू) सिक्खों के पहले गुरू गुरुनानक देव जी का 551 वां प्रकाश पर्व
संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर (पलामू) : सिक्खों के पहले गुरू गुरुनानक देव जी का 551 वां प्रकाश पर्व सोमवार को सादगी व श्रद्धा के साथ मनाया गया। इसी के साथ प्रकाश पर्व को लेकर स्थानीय गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में 20 दिनों से चल रहे अखंड पाठ का समापन हुआ। प्रकाश पर्व को लेकर गुरूद्वारे को आकर्षक ढंग से सजाया गया। दिन में आरंभ हुए मुख्य कार्यक्रम से पहले गुरूद्ववारे में दीवान सजाया गया। कोविड-19 को लेकर आवश्यक सतर्कता भी बरती जा रही थी। यहां पटना साहेब से आये रागी जत्था आकाशदीप व हुजूरी जत्थे के सुखमनी साहब के पाठ से पूरी संगत निहाल हो गई। इसके अलावा सत गुरु नानक प्रकटया, मिट्टी धुंध जग चानन हुआ सहित कई शबदकीर्तन प्रस्तुत किए गए। स्थानीय रागी जत्था सरदार हरवीन्द्र सिंह व हरप्रीत सिंह ने भी आसा दी वार का कीर्तन प्रस्तुत किया। अरदास में कोरोना से मानवता की रक्षा की प्रार्थना की गई। वक्ताओं ने गुरु नानक देव जी इतिहास पर प्रकाश डाला। कहा कि गुरुनानक देव जी सिख धर्म के संस्थापक के साथ पहले गुरु भी थे। बालपन से ही वे सत्संग व चितन में लगे रहते थे। वे कहते थे कि सब तेरा है क्या मेरा है। यानि सब कुछ उस परमात्मा का है। उन्होंने अपना पूरा जीवन लोगों के हित के लिए समर्पित कर दिया। कोरोना के कारण इस वर्ष लंगर की जगह प्रसाद का पैकेट का वितरण किया गया। मौके पर गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष सतवीर सिंह राजा, कुलदीप सिंह, त्रिलोचन सिंह, चमनप्रीत सिंह जानी, राजेंद्र सिंह बंटी, उपेंद्र सिंह, मनत सिंह, किरत सिंह, हरदीप सिंह, प्रीति कौर, हनी कौर, हरजीत कौर सहित काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।