दहेज प्रथा, भ्रूण हत्या का कारगर जवाब है सामूहिक विवाह
हुसैनाबाद : बाल विवाह, दहेज प्रथा, कन्या भ्रूण हत्या जैसी कुप्रथाओं का कारगर जवाब सामूहिक वि
हुसैनाबाद : बाल विवाह, दहेज प्रथा, कन्या भ्रूण हत्या जैसी कुप्रथाओं का कारगर जवाब सामूहिक विवाह है। उक्त बातें रविवार को हुसैनाबाद अनुमंडल मैदान में कुशवाहा शिवपूजन मेहता ट्रस्ट की ओर से आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने कही। मौके पर 101 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। उन्होंने कहा कि शादी पवित्र, अटूट व आत्मीय बंधन है। यह समारोह हमें इसी बात का संकल्प दिलाता है, जो एक विश्वास को डोर से बांध देता है। राज्यपाल ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जो संकल्प था उसे आज पूरा करने के लिए लोग लगे हैं। इसमें सबकी सहभागिता जरूरी है। उन्होंने कहा कि गरीब बेटियों के लिए इस तरह के आयोजन में पहुंचने के लिए वह हर संभव तैयार रहती हैं। कहा कि वे भी एक गरीब परिवार की बेटी रहीं हैं। अब सरकार ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ व बेटी का घर बसाओ कार्यक्रम शुरू किया है। इससे दो परिवार का अटूट बंधन जुटकर समाज का कल्याण कर सकेगा। कहा कि यही बेटी कल मां बनकर घर व परिवार को बसाने व बढ़ाने में कामयाब होती हैं। द्रोपदी मुर्मू ने पौराणिक आदर्शो को अपनाकर लोगों से बेटी को आगे बढ़ाने का आह्वान किया। स्थानीय विधायक कुश्वाहा शिवपूजन मेहता द्वारा जपला सीमेंट फैक्ट्री को खुलवाने की अपील पर राज्यपाल ने कहा कि जपला सीमेंट फैक्ट्री की नीलामी की उन्हें जानकारी नहीं है। कहा, प्रधानमंत्री ने बंद पड़ी फैक्ट्रियों के पुनरुद्धार के लिए सहयोग राशि दिलाने का प्रावधान किया है। सरकार से वे वार्ता कर जपला सीमेंट फैक्ट्री खुलवाने पहल करेंगी।
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सामूहिक विवाह में कई फर्जी जोड़े पाए जाने की चर्चा
हुसैनाबाद: सामूहिक विवाह में 101 जोड़े की शादी में कई जोड़े फर्जी पाए जाने की चर्चा भी आम रही। कहा गया कि कई जोड़े पूर्व से शादी-शुदा थे। कार्यक्रम में काफी संख्या में महिला व पुरूषों की भीड़ देखी गई। लोगों में चर्चा की जा रही थी कि कई वर-वधु शादीशुदा हैं। कई साल पूर्व इन लोगों की शादी हो चुकी है। ये सामूहिक शादी समारोह में पुन: शादी रचा रहे हैं, कई जोड़ों के बच्चे भी हैं।