अनजान शाहदाता के दर पर पूरी होती हैं मुरादें
लेस्लीगंज लेस्लीगंज के हजरत अनजान सहदाता सभी की मुरादे पूरा करते हैं । इनके रहमों करम से ही पांकी विधानसभा क्षेत्र में आपसी एकता अमन चैन और शांति का माहौल है।
लेस्लीगंज : लेस्लीगंज के हजरत अनजान शाहदाता के दर पर सभी की मुरादें पूरी होती है। इनके नजर-ए- एनायत से पांकी विधानसभा क्षेत्र में आपसी एकता, अमन चैन और शांति का माहौल कायम है। उर्स के मौके पर हर वर्ष हम सबों को इनके दरबार में हाजिरी लगाने का मौका मिलता है। उक्त बातें पांकी विधायक देवेंद्र कुमार सिंह ने कही। वे गुरुवार की रात अनजान शाहदाता रहमतुल्लाह अलैह के 84 वें उर्स के मौके पर आयोजित कव्वाली कार्यक्रम के में बोल रहे थे। कव्वाली कार्यक्रम का उदघाटन विधायक की उपस्थिति में अंजुमन मिल्लते इस्लामिया उर्स कमेटी के सदर हफीजुर्रहमान ने किया। मौके पर विधायक ने कहा कि यहां की हिदू -मुस्लिम एकता को देखकर और जगहों पर सीख लेने की जरूरत है। यहां एक ओर यज्ञ कमेटी श्रीमद् भागवत कथा करा रही है। दूसरी ओर उर्स कमेटी कव्वाली का आयोजन किया है। मौके पर कमेटी की ओर से पगड़ी देकर विधायक को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में कमेटी के सदर हफीजुर्रहमान,नायब सदर चंगेज खान,नायब सेक्रेटरी मुन्ना खान, फिरोज अंसारी, सुधीर लाल अनुपम सिंह, बबलू सिंह, काकू सिंह, सुरेंद्र शुक्ला, विदेशी ठाकुर, हेमू खान, मिस्टर महमूद सहित बड़ी संख्या में महिला पुरुष श्रोता उपस्थित थे।
बॉक्स: काबे में तेरा जलवा-काशी में नजारा है... फोटो: 12 डालपी 10 व 11, कैप्शन : मशहूर कव्वाल आसिफ साबरी व कव्वाल मुनव्वर मासूम हजरत अनजान शाह दाता रहमतुल्लाह अलैह के उर्स के मौके पर सैयदपुर बदायूं उत्तर प्रदेश के मशहूर कव्वाल आसिफ साबरी व मुंबई महाराष्ट्र के मशहूर कव्वाल मुनव्वर मासूम के बीच कव्वाली का मुकाबला हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत न आसिफ साबरी ने हमद व नात-ए- रसूल से किया। हमद में कहा कि काबे में तेरा जलवा काशी में नजारा है- यह भी हमें प्यारा है वो भी हमें प्यारा है। उन्होंने नात पेश करते हुए कहा कि वह नमाज का मंजर किस कदर सुहाना है- अर्श पर मोहम्मद का रोजाना जाना है। कौमी एकता पर कहा कि हवेली झोपड़ी सबका मुकद्दर फूट जाएगा- अगर हाथों से दामने शराफत छूट जाएगा। दूसरी ओर कव्वाल मनव्वर मासूम ने कहा कि राजा, प्रजा, दास तुम्हारे- तुम सबके महाराज मोहम्मद कुर्बान में उनकी बख्शीस के मकसद जुबान में आया नहीं जैसे एक से बढ़कर एक कलाम पेश किए।
बॉक्स:हजारों ने की बाबा को चादरपोशी हजारों लोगों ने की चादरपोशी हजरत अनजान शाहदाता रहमतुल्लाह अलैह का उर्स शुक्रवार की सुबह संपन्न हो गया। बताते चलें कि लेस्लीगंज के हजरतगंज आंसर दाता के मजार बुढ़वा बाबा के नाम से प्रचलित है। बुढ़वा बाबा पर हिदू और मुस्लिम दोनों ही समुदाय के लोगों की आस्था काफी देखी जाती है। यही कारण है कि उर्स के मौके पर दोनों समुदाय के हजारों लोगों ने बुढ़वा बाबा को चादरपोशी की।