नाबालिग की शादी कराने पर नगर पंचायत अध्यक्ष समेत आठ पर प्राथमिकी
दलित नाबालिग लड़की की शादी कराना छतरपुर नगर पंचायत अध्यक्ष मोहन जायसवाल समेत आठ लोगों को भारी पड़ गया है।
पलामू, जागरण संवाददाता। झारखंड के पलामू जिले के सड़मा में दलित नाबालिग लड़की की शादी कराना छतरपुर नगर पंचायत अध्यक्ष मोहन जायसवाल समेत आठ लोगों को भारी पड़ गया है। पीड़ित परिवार की शिकायत के बाद छतरपुर एसडीओ भोगेंद्र ठाकुर एक दंडाधिकारी नियुक्ति कर सीओ राजेश तिवारी के साथ रविवार की सुबह स्वयं मौके पर पहुंचे। जांच व पीड़ित पक्ष के बयान के बाद सीओ राजेश तिवारी ने छतरपुर थाना में मुकदमा दर्ज कराया है।
जानकारी के अनुसार, 14 वर्ष की लड़की अपने घर से मंगलवार को राशन लाने की बात कहकर निकली थी। उसके नहीं लौटने पर परिजन छानबीन करने लगे। पता चला कि वह बिहार निवासी युवक के साथ भाग गई है। मामले को लेकर गुरुवार को गांव में पंचायत बैठी। इसमें नगर पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, वार्ड सदस्य पति समेत लगभग 40 लोग शामिल थे। पूछताछ में दोनों ने मर्जी से शादी करने की बात कही। इसके बाद ग्रामीणों के समक्ष नगर पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व अन्य लोगों ने अपनी देखरेख में लड़का-लड़की की शादी करा दी।
हद तो यह हुई कि ग्रामीणों के समक्ष ही शादी के बाद लोगों ने यह कहकर गांव से लड़का और लड़की को निकाल दिया कि इससे गांव के बच्चे और बिगड़ेंगे। कई लोग इस पूरे प्रकरण का वीडियो बनाते रहे, लेकिन किसी ने भी पुलिस और किसी पदाधिकारी को जानकारी देना मुनासिब नहीं समझा।
नाबालिग की शादी कराने के मामले में नियम सम्मत कार्रवाई की जाएगी। इस तरह के मामले में लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। यह संगीन मामला है।
-शंभू सिंह, डीएसपी, छतरपुर, पलामू।