पुलिस उपाधीक्षक प्रेमनाथ की गतिविधियों की जांच कराएं एसपी: पूर्व मंत्री
मेदिनीनगर: राज्य सरकार के पूर्व मंत्री कृष्णानंद त्रिपाठी ने पुलिस उपाधीक्षक प्रेमनाथ की गतिविधियों की जांच की मांग की है। कहा कि इसके लिए पुलिस अधीक्षक सहित अन्य वरीय अधिकारियों को पूरे साक्ष्य के साथ आवेदन दिया गया है। इसके बाद भी अगर कोई कार्रवाई नहीं की गई तो वे हाई कोर्ट में जनहित याचिका के माध्यम से इंसाफ की गुहार लगाएंगे।
मेदिनीनगर : राज्य सरकार के पूर्व मंत्री कृष्णानंद त्रिपाठी ने पुलिस उपाधीक्षक प्रेमनाथ की गतिविधियों की जांच की मांग की है। कहा कि इसके लिए पुलिस अधीक्षक सहित अन्य वरीय अधिकारियों को पूरे साक्ष्य के साथ आवेदन दिया गया है। इसके बाद भी अगर कोई कार्रवाई नहीं की गई तो वे हाई कोर्ट में जनहित याचिका के माध्यम से इंसाफ की गुहार लगाएंगे। पूर्व मंत्री रविवार स्थानीय परिसदन में संवाददाताओं से बात कर रहे थे। उन्होंने डीएसपी प्रेमनाथ के निजी नंबर का सीडीआर संवाददाताओं के समक्ष प्रस्तुत किया। बताया कि वे इस नंबर से सीधे अपराधियों से संपर्क में रहते हैं।
विगत 19 अक्टूबर दुर्गापूजा के दिन हरिनामाड़ में एक कार्यक्रम में थे। इसके बाद भी सीजीएम अदालत में उनके खिलाफ शिकायतवाद दर्ज करा दिया गया। मजे कि बात है कि मामला दायर करने वालों के साथ डीएसपी प्रेमनाथ लगातार अपने निजी नंबर से संपर्क में रहते हैं। इसका साक्ष्य पुलिस अधीक्षक को उपलब्ध करा दिया गया है। पूर्व मंत्री ने कहा कि इससे पहले भी वे बकोरिया कांड के लिए तत्कालीन एसपी मयूर पटेल व भ्रष्टाचार के कई मामलों के लिए तत्कालीन डीसी पूजा ¨सघल को आगाह कर चुके थे, लेकिन उस वक्त मेरी बात को अनसुना कर दिया गया था। जिसका परिणाम आज सामने है। पूर्व मंत्री ने बगैर निर्माण कार्य पूरा किए पलामू मेडिकल कालेज के उद्घाटन किए जाने का सस्ती लोकप्रियता का द्योतक बताया। कहा कि सबसे अफसोस की बात है कि अपना श्रेय बटोरने के लिए प्रधानमंत्री को भी राज्य सरकार ने दिग्भ्रमित किया है। उन्होंने मंडल डैम का निर्माण कार्य शुरू नहीं होने को भी क्षेत्र की जनता के साथ छल बताया। मौके पर भोला पांडेय, अनिल ¨सह, गुड्डु खान, अभिषेक सहित कई कांग्रेसी कार्यकर्ता उपस्थित थे।