बिजली कटौती से परेशान पलामूवासी
मेदिनीनगर : पलामू में बिजली संकट थमने का नाम नहीं ले रहा है। बिजली संकट से शहर के अल
मेदिनीनगर : पलामू में बिजली संकट थमने का नाम नहीं ले रहा है। बिजली संकट से शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को भी काफी परेशानी हो रही है। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में लोड शे¨डग कर बिजली आपूर्ति की जा रही है। इससे लोग काफी परेशान है। लोग रात में गर्मी और उमस से परेशान रहते हैं। लोगों के घरों में पंखा कूलर नहीं चल पता है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी निर्बाध विद्युत आपूर्ति नहीं रहने के कारण पटवन की समस्या किसानों को हो रही है। इससे किसानों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। निर्बाध विद्युत आपूर्ति नहीं होने के कारण व्यवसाय पर भी असर पड़ रहा है।
इधर, पलामू में बिजली की कटौती बोर्ड मुख्यालय से की गई है। पूरे पलामू निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए साठ मेगावाट बिजली की जरूरत है। जबकि पलामू में कभी कभी 25 से 30 मेगावाट बिजली मिल रही है। इससे बिजली विभाग ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की कटौती कर शहरी क्षेत्रों में बिजली दे रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली कटौती के कारण सबसे ज्यादा बुरा हाल किसानों का है। ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। ग्रामीण क्षेत्रों की हालत यह है कि 24 घंटा में 8 से 10 घंटे ही बिजली मिल पा रही है। ग्रामीण बताते हैं कि बिजली नहीं रहने के कारण उनकी खेती प्रभावित हो रही है। ग्रामीणों ने बताया कि पैसा के अभाव में डीजल से पटवन का काम नहीं कर पा रहे हैं। इधर शहरी क्षेत्रों में भी बिजली की कटौती जारी है। शहरों में लोड शे¨डग कर बारी-बारी से विभिन्न मोहल्ला में बिजली की आपूर्ति की जा रही है। इस संबंध में बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता विभाष चंद्र पाल ने बताया कि कभी कभी ऊपर से ही कम मेगावाट बिजली पलामू को मिल रही है। इस कारण बिजली की कटौती की जा रही है कहा की उन्होंने कहा कि पूरे पलामू जिला में निर्बाध विद्युत़ आपूर्ति के लिए कम से कम साठ मेगावाट बिजली की आवश्यकता है। कभी-कभी ऊपर से 25 से 30 मेगावाट बिजली ही मिलती है।