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लालगढ़ व पंजरी कला में रेल फाटक निर्माण की मांग ने पकड़ा जोर

विश्रामपुर : लालगढ़ व पंजरी कला में रेल फाटक निर्माण को ले लालगढ़ विकास संघर्ष मोर्चा की ओर से एक दिवसीय धरना मंगलवार को स्टेशन परिसर में दी गई।

By JagranEdited By: Published: Tue, 29 Jan 2019 10:49 PM (IST)Updated: Tue, 29 Jan 2019 10:49 PM (IST)
लालगढ़ व पंजरी कला में रेल फाटक निर्माण की मांग ने पकड़ा जोर
लालगढ़ व पंजरी कला में रेल फाटक निर्माण की मांग ने पकड़ा जोर

विश्रामपुर : लालगढ़ व पंजरी कला में रेल फाटक निर्माण को ले लालगढ़ विकास संघर्ष मोर्चा ने लालगढ़ स्टेशन परिसर में मंगलवार एक दिनी धरना दिया। स्थानीय लोगों ने सरकार विरोधी नारे लगाए। वक्ताओं ने कहा कि लालगढ़-पंजरी कला गांव स्थित रेलवे गेट को स्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। इससे आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया। वर्षों से लालगढ़-पंजरी कला रेल समपार पथ निर्माण की मांग की जा रही है। बावजूद सिर्फ आश्वासन मिलता रहा है। आयोजित घरना प्रदर्शन में धर्मेंद्र चौधरी, लोक गायक शिव चौधरी, डबल ¨सह, झारखंड नवनिर्माण मोर्चा के राहुल ¨सह, कमलेश पांडेय, राकेश ¨सह, शिव नारायण, विनोद विश्वकर्मा, सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।

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मालूम हो कि पंजरी व लालगढ़ रेल पार पथ निर्माण कराने की मांग को ले स्थानीय लोगों के साथ मिलकर रेलवे उपभोक्ता संघर्ष समिति के राजकुमार ¨सह वर्ष 1966 से आंदोलनरत हैं। लोगों ने कई बार जोरदार आंदोलन भी किया। बावजूद केवल आश्वासन मिलता रहा। 2007 में रेलवे फाटक लगाने के लिए जोरदार आंदोलन किया गया था। इस में तत्कालीन उपायुक्त विनय कुमार चौबे के निर्देश पर सदर एसडीओ अनुग्रह नारायण पाठक स्थल पर जाकर आश्वासन देकर यातायात को बहाल कराया था। एक टीम गठित कर इसकी प्रस्ताव राज्य सरकार के पास मंजूरी के लिए भेजा था। यह फाइल फंसी रह गई। मामले में विलंब होते देख 2011 में एक बार फिर स्थानीय लोगों ने आमरण अनशन शुरू किया था। स्थानीय जनप्रतिनिधि मांग को सही ठहराते हुए शीघ्र पूरा करने का आश्वासन देकर अनशन को समाप्त कराया था। रेल विभाग समय समय पर आवागमन को बंद कर देता है। स्थानीय लोग फाटक लगाने की मांग को ले अप्रैल 2013 को 10 घंटे तक रेल परिचालन को ठप कर दिया था। रेल अधिकारी व पुलिस विभाग के अधिकारियों के संयुक्त प्रयास से आश्वासन के बाद परिचालन को बहाल कराया गया। समस्या यथावत आज भी बनी है। मानव रहित फाटक होने के कारण आए दिन दुर्घटनाएं होती रही हैं। कई लोग जान गवां चुके हैं।


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