बछिया को बचाने में चाचा-भतीजा की गई जान
झारखंड में पलामू के रमजिता गांव में कुएं से बछिया को निकालने के क्रम में चाचा और भतीजा की मौत हो गई।
संवाद सूत्र, हुसैनाबाद (पलामू)। पशुपालकों के लिए पालतू मवेशी घर के सदस्य की तरह ही होते हैं। उन्हें तकलीफ होती है तो गृहस्वामी भी उस दर्द को महसूस करते हैं। इस संबंध को सोमवार को पलामू स्थित मोहम्मदगंज थाना अंतर्गत रमजिता गांव में हुए हादसे ने फिर से प्रमाणित किया। यहां एक कुआं में गिरकर बेहोश हुई बछिया को निकालने के क्रम में दो लोगों की मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार, सोमवार को मनोरंजन कुमार सिंह के घर के सामने वाले कुआं में उसकी एक बछिया गिर गई थी। उसे बचाने के लिए 26 वर्षीय मनोरंजन कुमार सिंह कुआं में उतरे। कुआं में पहुंचते ही वह भी बेहोश हो गए। बाद में अपने भतीजे को देखने 55 वर्षीय दिनेश सिंह भी कुएं में उतरे और कुआं में उतरते ही वे भी बेहोश हो गए। थोड़ी ही देर में दोनों की कुआं में दम घुटने से मौत हो गई, जबकि बछिया की पहले ही मौत हो चुकी थी।ग्रामीणों के अनुसार, कुआं में गैस जैसा महसूस हो रहा है।
ग्रामीणों ने भी बताया कि कुआं काफी पुराना है। इसमें किसी तरह की गैस निकलने की वजह से लोग बेहोश हो जाते हैं। दोनों चाचा-भतीजा को बचाने अन्य कई लोगों ने भी कुआं में उतरने का प्रयास किया, लेकिन नीचे का हाल देख बीच कुएं से ही वापस लौट आए। कुछ तो बेहोश भी हुए लेकिन उन्हें बचा लिया गया।
इसी बीच, ईटवा गांव के एक नौजवान रोहित कुमार सिंह ने कुआं में उतर कर दोनों मृत चाचा-भतीजा का शव ग्रामीणों के सहयोग से बाहर निकला। कुआं से शव निकालने में लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। ग्रामीण चाचा-भतीजा को हैदरनगर अस्पताल लाए। यहां चिकित्सकों मृत घोषित कर दिया। इसके बाद शवों को अंत्यपरीक्षण के लिए हुसैनाबाद अनुमंडलीय अस्पताल भेज दिया।
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