अपनी हत्या की डर से गैंगस्टर डब्लू ने कराई थी कुणाल की हत्या
गैंगस्टर डब्लू सिंह ने अपनी हत्या की डर से कुख्यात गैंगस्टर कुणाल किशोर की हत्या कराई थी। इसके लिए शूटरों को 15 लाख रूपए का आफर दिया गया था। यह खुलासा रांची से गिरफ्तार शूटर विजय शर्मा उर्फ गुरू जी ने एसआईटी के समक्ष किया है। पुलिस अधीक्षक अजय लिडा ने बताया कि कुणाल गिरोह का एक सहयोगी फंटूस उर्फ राजेश वर्मा ने डब्लू सिंह को बताया था कि कृणाल उसकी हत्या की योजना बना रहा है। इस सूचना के बाद डब्लू सिंह ने कुणाल को अपने रास्ते से हटाने की योजना बनाने में लग गया। हत्या के लिए विजय शर्मा को 15 लाख रूपए का आफर दिया गया। इसके बाद अन्नु विश्वकर्मा श्वेतकेतु तिवारी उर्फ चंगु अमरेश मेहता व एक अन्य के साथ कुणाल की हत्या की योजना तैयार की गई। इसके लिए राजेश वर्मा उर्फ फंटूस को कुणल की ग
संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर : गैंगस्टर डब्लू सिंह ने अपनी हत्या के डर से कुख्यात गैंगस्टर कुणाल किशोर की हत्या कराई थी। इसके लिए शूटरों को 15 लाख रुपये का ऑफर दिया गया था। यह खुलासा रांची से गिरफ्तार शूटर विजय शर्मा उर्फ गुरुजी ने एसआइटी के समक्ष किया है। पुलिस अधीक्षक अजय लिडा ने बताया कि कुणाल गिरोह के एक सहयोगी फंटूस उर्फ राजेश वर्मा ने डब्लू सिंह को बताया था कि कुणाल उसकी हत्या की योजना बना रहा है। इस सूचना के बाद डब्लू सिंह ने कुणाल को अपने रास्ते से हटाने की योजना बनाने में लग गया। हत्या के लिए विजय शर्मा को 15 लाख रूपये का ऑफर दिया गया। इसके बाद अन्नु विश्वकर्मा, श्वेतकेतु तिवारी उर्फ चंगु, अमरेश मेहता व एक अन्य के साथ कुणाल की हत्या की योजना तैयार की गई। इसके लिए राजेश वर्मा उर्फ फंटूस को कुणाल की गतिविधियों की रेकी करने की जिम्मेवारी दी गई थी।
घटना के दिन सफारी वाहन पर सवार होकर अमरेश मेहता ने मृतक के वाहन में धक्का देने का काम किया था। सफारी के पीछे अन्नु विश्वकर्मा व विजय एक अपाची वाहन में था। वहीं चंगु व अमरेश का एक दोस्त कुणाल के घर से निकलने की सूचना देने के साथ वाहन का पीछा करने लगा। घटना स्थल पर सफारी के टकराते ही अन्नु व विजय कार के पास जा कर कुणाल को सटाकर गोली मार दी। घटना को अंजाम देने के बाद विजय शर्मा रांची भाग गया।
इसके लिए उसे अन्नु के फोन पर राजू तिर्की ने एसेंट वाहन की व्यवस्था की थी। अनुसंधान के क्रम में दोनों गिरोहों में वर्चस्व की लड़ाई की बात सामने आई है। हत्या के बाद विजय ने प्रयुक्त हथियार को अन्नु विश्वकर्मा के हवाले कर दिया था। एसपी ने बताया कि शुरुआती अनुसंधान के बाद एसआइटी ने राजेश उर्फ फंटूस को गिरफ्तार किया। बाद में रांची से शूटर विजय शर्मा को भी दबोच लिया गया। इनके पास से तीन मोबाइल फोन भी बरामद किया गया है।
पुलिस फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए उनके संभावित ठिकानों पर छापामारी कर रही है। बता दें कि इस हत्याकांड में मृतक के भाई चंदन कुमार सिंह ने डब्लू सिंह सहित आठ नामजदों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। आरोपितों को जेल भेज दिया गया।