हर हाल में बदलेगी शहर व गांवों की सूरत
पलामू जिले में 15 सितंबर से स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम की शुरूआत की जाएगी। इसमें शहर से लेकर गांव में स्वच्छता कार्यक्रम चलाया जाएगा। ये बातें पलामू के उपायुक्त शांतनु अग्रहरि ने कही। वे शुक्रवार को अपने वेश्म में संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। उपायुक्त ने कहा कि शहर की साफ-सफाई के लिए विस्तृत योजना बनाई गई है। हर हाल में शहर को साफ कर दिखाया जाएगा। कोई भी दूकानदार सड़क पर कचरा डालते पकड़ा गया तो पांच सौ से 2 हजार रूपए तक फाईन लगाया जाएगा। इसकी देखरेख व्यापक पैमाने पर की जाएगाी। दूकान हो अथवा घर सभी अपने पास कूड़ा बाक्स रखेंगे। इसे सख्ती से पालन कराया जाएगा। प्लास्टिक कैरी बैग पर भी पूरी तरह लगाम लगेगा। ड्रेन व सड़क के कचरे की सफाई अलग-अलग सफाईकर्मी करेंगे। बेहतर सफाई कार्य करने वाले कर्मियों को पुरस्कृत किया जाएगा। उनके विकास के लिए भी कई कार्यक्रम चलाए जाएंगे। उपायुक्त अग्रहरि ने कहा कि स्वच्छता ही सेवा
मेदिनीनगर : पलामू जिले में 15 सितंबर से स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम का आगाज होगा। यह दो अक्टूबर तक चलेगा। इसके तहत शहर से लेकर गांव में स्वच्छता कार्यक्रम चलाया जाएगा। हर हाल में शहर से लेकर गांवों तक की सूरत बदलेगी। पलामू जिला को दो अक्टूबर तक खुले में शौच से मुक्त बनाने का लक्ष्य है। उक्त बातें पलामू के उपायुक्त डॉ. शांतनु कुमार अग्रहरि ने कहीं। वे शुक्रवार को अपने वेश्म में संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शहर की साफ-सफाई के लिए विस्तृत योजना बनाई गई है। हर हाल में शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाया जाएगा। इसमें आम जनता, व्यवसायी वर्ग से लेकर समाज के हर वर्ग व तबके के सहयोग की जरूरत है। अग्रहरि ने कहा कि जिला की पहचान शहर से होती है। इसलिए शहर को स्वच्छ बनाने में हम सबका फर्ज बनता है। कहा कि पलामू में फिलवक्त तीन स्तर पर अभियान संचालित होगा। इसमें शहरी, ग्रामीण क्षेत्र में सफाई कार्यक्रम व शहर के स्लम एरिया में स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन होगा। इसके लिए जगह चयनित कर लिया गया है। पूछे जाने पर डीसी ने बताया कि दुकानदार या घरों से सड़क पर कचरा फेंकते पाया गया तो 500 से 2000 रूपये तक जुर्माना वसूल किया जाएगा। नगरनिगम प्रबंधन घर-घर से डस्टबीन के जरिए कचरा उठाव कराएगा। इसकी देखरेख व्यापक पैमाने पर की जाएगाी। प्लास्टिक कैरी बैग पर भी पूरी तरह लगाम लगाया जाएगा। पूछे जाने पर कहा कि ड्रेन व सड़क के कचरे की सफाई अलग-अलग सफाईकर्मी करेंगे। इनके अलग-अलग ड्रेस होंगे। हर पखवारे बेहतर सफाई कार्य करने वाले कर्मियों को प्रबंधन पुरस्कृत करेगा। सफाईकर्मियों के विकास के लिए भी कई कार्यक्रम चलाए जाएंगे। उपायुक्त ने कहा कि स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के तहत गंदे जगहों की साफ-सफाई के अलावे लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना है। इसमें सभी विभाग के वरीय पदाधिकारी से लेकर एनसीसी, एनवाईके, बार एसोसिएशन, आईएमए, चेंबर आफ कामर्स , स्काउट एंड गाईड, रोटरी, एबीसीएल, सीसीएल, ¨हडालको, पीजीसीआइएल, पावन ग्रिड, त्रिमुला कोल लिमिटेड आदि सहभागी बनेंगे। कहा कि पूरे जिले का रोड मैप बना लिया गया है। इसमें 15 सितंबर को श्रमदान से सार्वजनिक स्थलों की सफाई के साथ कार्यक्रम का आगाज होगा। यह दो अक्टूबर तक चलेगा। इसमें प्रथम दिन 15 सितंबर को समाहरणालय, प्रखंड, पंचायत, अस्पताल, थाना व आसपास सार्वजनिक स्थलों की सफाई की जाएगी। इसमें जिला व प्रखंड के वरीय पदाधिकारी, पंचायती राज प्रतिनिधि, सरकारी व निजी स्कूल, गैर सरकारी संगठन व ग्रामीण शामिल होंगे। सुबह 7 बजे से सदर अस्पताल, सभी वार्डों व प्रखंडों की सफाई होगी। इसके लिए संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी उतरदायी होंगे। कार्यक्रम के तहत ग्राम गौरव यात्रा निकाली जाएगी। ओडीएफ गांव में यात्रा निकाली जाएगी। कार्यक्रम की मार्निंग व इव¨नग फॉलोअप तैयार होंगे। रात्रि व संध्या में गांव स्तर पर चौपाल लगाया जाएगा। 19 को स्वच्छता दिवस का आयोजन डीएससी, डीईओ, बीईओ विद्यालयों व आंगनबाड़ी केंद्रों में स्वच्छता मतदान, वाद विवाद, स्लोगन राई¨टग, चित्रांकण प्रतियोगिता कराई जाएगी। दो अक्टूबर तक सभी जिले को ओडीएफ करना है। इसके लिए कार्ययोजना बनाकर शौचालय का निर्माण कराना है। जेएसएलपीएस के तहत गठित सेल्फ हेल्प ग्रुप के सदस्यों के घरों में शौचालय का निर्माण होगा। सभी विद्यालय, आंगनबाड़ी व अन्य सामुदायिक केंद्र, शौचालय व भवनों की सफाई करनी है। इसका सफाई से पूर्व व पश्चात फोटो लिया जाएगा। सभी गांव स्तर पर स्वच्छता सभा व शौचालय के उपयोग की चर्चा की जाएगी।