विश्व शौचालय दिवस पर बच्चों ने रंगोली बनाकर दिया स्वच्छता का संदेश
पंडवा दुनिया में ढाई अरब आबादी को पर्याप्त स्वच्छता मयस्सर नहीं है एक अरब वैश्विक आबादी खुले में शौच को अभिसप्त है।
संवाद सूत्र, पंडवा : दुनिया में ढाई अरब आबादी को पर्याप्त स्वच्छता मयस्सर नहीं है। एक अरब वैश्विक आबादी खुले में शौच को अभिसप्त हैं। उनमें से आधे से अधिक लोग भारत में रहते हैं। नतीजन बीमारियां उत्पन्न होने के साथ साथ पर्यावरण दूषित होता है। सरकार इस समस्या से उबरने के लिए स्वच्छ भारत अभियान चला रही है। बावजूद खुले में शौच जाना लोगों की एक तरह की मानसिकता बन गई है। उक्त बातें सामाजिक उत्प्रेरक प्रीति दुबे ने कही। वे मंगलवार को मंझिगांव पंचायत में आयोजित विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर कार्यक्रम में बोल रही थीं। कहा की खुले में शौच सेहत के साथ साथ पर्यावरण के लिए भी हानिकारक है। कहा की ऐसे में स्वच्छ भारत के लिए सोच में बदलाव की जरूरत है। इसमें साफ सफाई से लेकर शौचालय के महत्व पर जोर दिया। कार्यक्रम में सभी को बताया गया कि कोई भी ऐसा घर नहीं छुटे कि शौचालय नही बना हो। वंचित लोग शौचालय निर्माण कराएं। मौके पर मुखिया रुदावती देवी,युनिसेफ सपोर्ट टीम मेम्बर मनीष चौबे,जल सहिया, चिता देवी, विद्यालय के बच्चे आशा पायल, सुषमा, लोकेश, विवेक, पूनम ,रानी, स्वीटी ,प्रिया, ज्योति, किरण, सुहानी नंदिनी आदि उपस्थित थे ।