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सीआइडी करेगी बकोरिया में बच्ची की मौत जांच

संवाद सहयोगी मेदिनीनगर (पलामू) राज्य पुलिस मुख्यालय ने 23-24 अगस्त 2019 की रात बकोरिया में ह

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Aug 2020 07:04 PM (IST)Updated: Fri, 21 Aug 2020 07:04 PM (IST)
सीआइडी करेगी बकोरिया में बच्ची की मौत जांच
सीआइडी करेगी बकोरिया में बच्ची की मौत जांच

संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर (पलामू) : राज्य पुलिस मुख्यालय ने 23-24 अगस्त 2019 की रात बकोरिया में हुई एक बच्ची की मौत मामले की सीआइडी से जांच कराने का निर्देश दिया है। जानकारी के अनुसार परिजनों ने पुलिस व सीआरपीएफ की टीम पर बच्ची की पटककर मार डालने का आरोप लगाया था। पूर्व में पलामू पुलिस इसकी जांच कर रही थी। अब मामले से संबंधित सभी दस्तावेजों को सीआईडी को सौंप दिया जाएगा। पलामू के एसपी अजय लिडा ने सीआइडी जांच के अनुशंसा की पुष्टि की है।

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मालूम हो कि 24 अगस्त 2019 को पलामू के सतबरवा थाना क्षेत्र के बकोरिया में एक 3 वर्षीय बच्ची का शव मिला था। बच्ची के परिजनों ने नक्सलियों की तलाश कर रहे सुरक्षाबलों पर कथित तौर पर पटक-पटक कर बच्ची की हत्या करने का आरोप लगाया था। बाद में इस मामले में सीआरपीएफ के 20 से 25 जवानों सहित लातेहार जिला के मनिका थाना प्रभारी के खिलाफ पलामू जिला के सतबरवा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। घटना के करीब एक वर्ष बाद पुलिस मुख्यालय ने मामले में सीआइडी जांच के आदेश दे दिया है।

बाक्स: पलामू जिला के बकोरिया में बच्ची की पटकर हत्या किए जाने संबंधित मामले में सीआइडी जांच संबंधी आदेश प्राप्त हो गया है। शीघ्र ही मामले से जुड़े सभी दस्तावेज सीआईडी को सौंप दिए जाएंगे।

अजय लिडा, पुलिस अधीक्षक, पलामू। बाक्स: क्या था मामला

पलामू जिले के सतबरवा थाना क्षेत्र अंतर्गत बकोरिया के बंशी टोला से 24 अगस्त 2019 के तड़के एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई थी। पुलिस के पटकने से तीन वर्षीय एक मासूम बच्ची की मौत होन का मामला प्रकाश में आया था। घटना रात करीब एक बजे की थी। पिता विनोद सिंह 24 अगस्त को मृतक पुत्री का शव लेकर अंत्यपरीक्षण के लिए मेदिनीनगर स्थित पलामू मेडिकल कालेज अस्पताल पहुंचे थे। शव का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड ने किया थो। मृतक बच्ची के पिता विनोद के अनुसार करीब रात एक बजे उनेके घर पुलिस पहुंची। खुद को मनिका थाना प्रभारी बताते हुए दरवाजा खोलने को कहा। वह खुद को सुरक्षित करने के लिए बगल के कमरे में छूप गया। इस बीच पुलिस अंदर आई और उसे तलाश करने लगी। नहीं मिलने पर पुलिस ने उसकी बेटी को उठाकर पटक दिया। विनोद ने बताया कि पुलिस के पटकने से घटनास्थल पर ही बच्ची की मौत हो गई। घटना को देख विनोद की पत्नी बबीता देवी बेटी को मार दिया कहते हुए शोर मचाना शुरू की। इधर पुलिस वहां से निकल गई। पुलिस के जाने के बाद गांव के लोग वहां एकत्रित हुए। शनिवार की सुबह 24 अगस्त 2019 को सतबरवा थाना को सूचना दी गई। मेदिनीनगर के तत्कालीन प्रभारी डीएसपी शंभू सिंह व थाना प्रभारी आदि सदल बल घटना स्थल पर पहुंचकर जायजा लिया था। बाक्स: तत्कालीन पुलिस इंस्पेक्टर ने कहा था घटनास्थल सतबरवा थाना क्षेत्र का हिस्सा है। अगर दूसरे थाने की पुलिस यहां आई थी तो बेहतर होता कि इसकी सूचना सतबरवा थाना को दी जाती। फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है।

प्रमोद रंजन, तत्कालीन पुलिस इंस्पेक्टर, सतबरवा थाना। बाक्स:तत्कालीन डीएसपी ने दिया है यह बयान मेदिनीगर के तत्कालीन प्रभारी डीएसपी शंभू सिंह ने कहा था कि पलामू पुलिस की इस घटना में कहीं से कोई भूमिका नहीं है। बावजूद यह मामला जांच का विषय है। इसमें जांच प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। घटना की पूरी जांच होने के बाद ही मामला स्पष्ट हो सकेगा। बच्ची के शव का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड गठित कर किया गया है। मामला दर्ज कर लिया गया है।


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