दंडवत करते घाट जगाने छठ घाट पहुंचीं व्रती
लेस्लीगंज : छठ पर्व में खरना के दिन छठ व्रती छठ घाट को जगाती हैं। इसी परंपरा के तहत प्रखंड क्षेत्र के सभी गांव के छठ व्रती सोमवार की संध्या भगवान भास्कर को दंडवत करते हुए घाट जगाने घर से निकल पड़ी। दंडवत करते व्रतियों का पैर छूने के लिए जगह.जगह पर लोगों की भीड़ दौड़ते नजर आई। इस दौरान कई युवा श्रद्धालु सड़क को गमछा से बहारते दिखे। इसके पूर्व लेस्लीगंज, ढेला, कोर्ट खास, कुंदरी, कोईरीपतरा, कुराईनपतरा कठौंधा, जगतपुरवा, राजोगाड़ी, मुंदरिया, सोनेसरइ, झरकटिया, भकासी, नौडीहा, गोपालगंज सहित अन्य गांव के छठ घाट पर जानेवाली सड़कों को वहां के पूजा समिति व स्थानीय लोगों द्वारा साफ सफाई की गई। कुराईनपतरा पंचायत के मुखिया बलदेव साव ने सड़क को पानी से धोकर पवित्र कराई।
लेस्लीगंज : छठ पर्व में खरना के दिन छठ व्रती छठ घाट को जगाती हैं। इसी परंपरा के तहत प्रखंड क्षेत्र के सभी गांव के छठ व्रती सोमवार की संध्या भगवान भास्कर को दंडवत करते हुए घाट जगाने घर से निकल पड़ी। दंडवत करते व्रतियों का पैर छूने के लिए जगह.जगह पर लोगों की भीड़ दौड़ते नजर आई। इस दौरान कई युवा श्रद्धालु सड़क को गमछा से बहारते दिखे। इसके पूर्व लेस्लीगंज, ढेला, कोर्ट खास, कुंदरी, कोईरीपतरा, कुराईनपतरा कठौंधा, जगतपुरवा, राजोगाड़ी, मुंदरिया, सोनेसरइ, झरकटिया, भकासी, नौडीहा, गोपालगंज सहित अन्य गांव के छठ घाट पर जानेवाली सड़कों को वहां के पूजा समिति व स्थानीय लोगों द्वारा साफ सफाई की गई। कुराईनपतरा पंचायत के मुखिया बलदेव साव ने सड़क को पानी से धोकर पवित्र कराया। इधर व्रती घाट पहुंचकर आम के दतवन से दतवन की। इसके उपरांत घाट पर स्नान कर काफी देर पानी में खड़ा रह कर सूर्य की उपासना की। मौके पर महिलाएं मैं तोहसे पूछी ला, सूरज देव सांझ भईल रउआ जाइब कहवाए सूरजमल के अंगना में कुइयां अस्तारन देई कईले स्नान जैसे छठ पर आधारित कई लोक भक्ति गीत गायी। जिससे सभी छठ घाट गुंजीमान हो उठा। इसके उपरांत व्रती अपने अपने घरों में आकर खरना की तैयारी की इधर लेस्लीगंज, ढेला और कोट खास छठ घाट को पूरी तरह से सजा कर तैयार कर दिया गया है। पंडाल और लाइट से छठ घाट चकाचौंध नजर आ रहा है।