प्रसव के 42 दिनों में 7 बार गृह भ्रमण करेंगी सहिया
संवाद सहयोगी मेदिनीनगर मातृ शिशु स्वास्थ्य के लिए सरकार व स्वास्थ्य विभाग की ओर से अपेक्षित पहल की जा रही है। अब संबंधित क्षेत्र की सहिया प्रसव के 42 दिनों के भीतर सात बार प्रसूता के घर जाएंगी। नवजात शिशु का तापमान मापेंगी। उसका वजन करेंगी और स्वच्छता का गुर सिखाएंगी। बच्चों को संक्रमण से बचने का तरीका बताने के अलावा साफ-सफाई की काउंसिलिग भी करेंगी।
संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर : मातृ शिशु स्वास्थ्य के लिए सरकार व स्वास्थ्य विभाग की ओर से अपेक्षित पहल की जा रही है। अब संबंधित क्षेत्र की सहिया प्रसव के 42 दिनों के भीतर सात बार प्रसूता के घर जाएंगी। नवजात शिशु का तापमान मापेंगी। उसका वजन करेंगी और स्वच्छता का गुर सिखाएंगी। बच्चों को संक्रमण से बचने का तरीका बताने के अलावा साफ-सफाई की काउंसिलिग भी करेंगी। बच्चों को गोद में उठाने या छूने से पहले हाथ धोने का महत्व और हाथ धोने का तरीका भी बताया जाना है।
इसे लेकर शहरी क्षेत्र की सहिया को एक्सपर्ट के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया है। सिविल सर्जन कार्यालय परिसर स्थित वेयर हाउस में सहिया के लिए पांच दिवसीय एचबीएनसी मॉडल पर प्रशिक्षण शिविर आयोजित की गई थी। बुधवार को इसका समापन हुआ। बतौर प्रशिक्षक एसटीटी सविता कुमारी और शहरी क्षेत्र के बीटीटी अरूण तिवारी व सीमा कुमारी ने सहिया को तमाम बिदुओं पर जानकारी दी। बच्चा का तापमान मापने के अलावा वजन करने, साफ-सफाई का काउसिलिग करने, हाथ धोने का तरीका प्रायोगिक तरीके से बताया गया। इसकी निगरानी शहरी क्षेत्र के डीपीएम सुखराम बाबू कर रहे थे। पलामू के सिविल सर्जन डॉ. जॉन एफ कनेडी ने प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन किया था। उन्होंने कहा कि सहिया प्रशिक्षण प्राप्त कर इसका लाभ संबंधित क्षेत्र की प्रसूता महिला व नवजात शिशु तक पहुंचाएंगी। जागरूकता फैलेगी तो नवजात शिशु स्वस्थ रहेंगे। उन्होंने बताया कि चरणबद्ध तरीके से जिले भर की सहिया को प्रशिक्षित करना उद्देश्य है। सामूहिक सहयोग से ही स्वस्थ समाज का निर्माण होगा। उन्होंने तमाम लोगों से स्वच्छता पर ध्यान देने का आग्रह किया है। मौके पर शहजादी, मंजू देवी, प्रीति देवी, अंजू देवी, मंजू देवी, अंजली, कविता, शगुफ्ता अनवर आदि सहिया मौजूद थीं।