सरैया स्कूल में शिक्षक की प्रतिनियुक्ति नहीं हुई तो आंदोलन
सगालीम : पलामू जिले पांकी प्रखंड में शिक्षकों के अभाव में बच्चों के पढ़ाई चौपट हो रही हैं। बच्चे
सगालीम : पलामू जिले पांकी प्रखंड में शिक्षकों के अभाव में बच्चों के पढ़ाई चौपट हो रही हैं। बच्चे स्कूल सिर्फ मध्याह्न भोजन खाने के लिए स्कूल आते हैं। पांकी प्रखंड के सरैया राजकीयकृत उत्क्रमित मध्य के 150 बच्चों का भविष्य मात्र एक पारा शिक्षक बढ़ावन ¨सह के भरोसे है। पारा शिक्षक को मानना है कि 150 बच्चों को स्कूल में संभालना काफी कठिन है। पढ़ाई की बात तो दूर। बच्चे स्कूल आते हैं उन्हें संभालना मुश्किल होता है। एक शिक्षक 150 बच्चों को कैसे पढ़ा सकता है। बच्चे स्कूल में मध्याह्न भोजन खाकर बिना पढ़ाई किए ही वापस लौट जाते हैं। पारा शिक्षक को तबियत बिगड़ने या कही चल जाने के कारण स्कूल में ताला लटक जाता है। बच्चे स्कूल आते हैं मगर शिक्षक के नहीं आने के कारण वापस निराशा घर लौटना पड़ता है। पिछले दिनों पारा शिक्षक के यंहा शादी थी। शादी में व्यस्थ्य होने के कारण स्कूल बंद रखा। बच्चे स्कूल आकर निराशा घर लौट गए। सरैया गांव के ग्रामीणों ने स्कूल में शिक्षक प्रतिनियोजित करने की मांग शिक्षा विभाग व सरकार से कई बार किया। मगर आज तक किसी अधिकारी द्वारा इसपर कोई पहल नहीं की गई। गांव के ग्रामीण जनता अब शिक्षक प्रतिनियोजित को लेकर उग्र आंदोलन करने का मन बना रहे हैं। ग्रामीण का कहना है कि शिक्षा के बिना बच्चों के पढ़ाई कैसे पूरा होगी। सरकार के दावा खोखला साबित हो रही है। जिस स्कूल में शिक्षक नहीं है वहां बच्चों के पढ़ाई कैसे होगा। सिर्फ मध्याह्न भोजन खाने के लिए स्कूल संचालित किया जा रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि यदि एक सप्ताह के अंदर स्कूल में शिक्षक का नियुक्ति नहीं हुआ तो बच्चे के साथ ग्रामीण जनता सड़क पर उतर उग्र आंदोलन करेंगे। जिसका जिम्मेदारी शिक्षा विभाग व सरकार की होगी। बता दें कि पांकी प्रखंड में ऐसे दर्जनों स्कूल है, जहां मात्र एक-एक शिक्षक के भरोसे बच्चों का भविष्य टिका हुआ है। क्या कहते हैं पारा शिक्षक : पारा शिक्षक बढ़ावन ¨सह ने बताया कि स्कूल में 150 से अधिक बच्चे हैं। लेकिन स्कूल में उनके अलावे कोई शिक्षक नहीं है। 150 बच्चों को संभालना मुश्किल होता है। बच्चों को संभाले की उन्हें पढ़ाए। बॉक्स :
शिक्षक के अभाव पूरे पांकी में है। स्कूल में शिक्षक का प्रतिनियोजन डीएसई सर के द्वारा रोक लगा दिया गया है। ऐसे में उक्त स्कूल में कैसे शिक्षक की प्रतिनियुक्ति किया जा सकता है। पंचायत प्रतिनिधि व ग्रामीणों के लिखित आवेदन मिलने पर विचार किया जाएगा।
सूर्यनारायण कुमार बीपीओ पांकी।