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चालू मौसम में जिले में खुलेंगे 14 धान अधिप्राप्ति केंद्र

जिले में आगामी 15 नवंबर से किसानों से धान खरीदगी के लिए विभिन्न प्रखंडों में 14 धान अधिप्राप्ति केंद्र खोला जाएगा। यह निर्णय मंगलवार को उपायुक्त के कार्यालय वेश्म में आयोजित खरीफ विपणन मौसन 201

By JagranEdited By: Published: Tue, 06 Nov 2018 10:19 PM (IST)Updated: Tue, 06 Nov 2018 10:19 PM (IST)
चालू मौसम में जिले में खुलेंगे 14 धान अधिप्राप्ति केंद्र
चालू मौसम में जिले में खुलेंगे 14 धान अधिप्राप्ति केंद्र

मेदिनीनगर : जिले में 15 नवंबर से किसानों से धान खरीदगी के लिए विभिन्न प्रखंडों में 14 धान अधिप्राप्ति केंद्र खोला जाएगा। यह निर्णय मंगलवार को उपायुक्त के कार्यालय वेश्म में आयोजित खरीफ विपणन मौसन 2018-19 को लेकर बैठक में लिया गया। इसमें जिले में धान अधिप्राप्ति को लेकर संबंधित विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे। बैठक की अध्यक्षता जिले के उपायुक्त डा. शांतनु कुमार अग्रहरि ने की। इसमें बताया गया कि पहले चरण में विश्रामपुर, चैनपुर, छतरपुर, मेदिनीनगर, हैदरनगर, हरिहरगंज, हुसैनाबाद, लेस्लीगंज, मनातु, पांडू, पांकी, पाटन, पड़वा व सतबरवा में केंद्र खोला जाएगा। जिला कृषि पदाधिकारी मो. जुबेर को केंद्रों तक अधिक से अधिक किसानों की पहुंच बनाने की जिम्मेवारी दी गई। बताया गया कि विगत मौसम में जिले में कुल तीन लाख 74 हजार ¨क्वटल धान की अधिप्राप्ति हुई थी। इस वर्ष धान की खरीद की मात्रा बढ़ाए जाने का लक्ष्य है। विगत मौसम में विपणन के लिए जिले के विभिन्न केंद्रों पर कुल 9266 किसानों ने धान ब्रिक्री के लिए अपना ऑनलाईन निबंधन कराया था। इस बार किसानों की सहूलियत का पूरा ध्यान रखा जाएगा। इसे लेकर धान अधिप्राप्ति केन्द्रों पर आवेदन प्राप्त करने व जमा करने की सुविधा दी जाएगी। इसकी जिम्मेवारी सम्बंधित प्रखंड के सहकारिता पदाधिकारी को सौपी गई है । उपायुक्त ने चालू विपणन मौसम में भारतीय खाद्य नियम के पदाधिकारियों के साथ-साथ कृषि, सहकारिता व आपूर्ति विभाग के पदाधिकारियों को धान अधिप्राप्ति को लेकर होने वाली किसी भी तरह की परेशानी को दूर करने का निर्देश दिया। किसानों से निर्धारित समय पर धान की खरीदगी सुनिश्चित की जाएगी। बैठक में डीडीसी सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।

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पर्यावरण सुरक्षा पर आधारित खेती है इजरायल की खेती मेदिनीनगर: इजरायल में कम बारिश में भी बेहतर खेती के लिए कई उन्नत तकनीक का प्रयोग किया जाता है। लेकिन इसमें पर्यावरण सुरक्षा प्राथमिकता रहती है। यह कहना था इजराइल से प्रशिक्षण प्राप्त कर लौटे किसान कपिलदेव ठाकुर व ध्रुवनारायण ¨सह का। इससे पहले मंगलवार को जिले के उपायुक्त डा. शांतनु कुमार अग्रहरि के कार्यालय वेश्म में नावा-जयपुर के किसान कपिलदेव ठाकुर व लेस्लीगंज के खेतिहर ध्रुवनारायण ¨सह को सम्मानित किया गया। मौके पर डीसी ने प्रशिक्षित किसानों को गांव व प्रखंड के किसानों के साथ सीखे गए तकनीक साझा करते हुए खेती में बदलाव की अगुवाई करने को प्रेरित किया। बताया कि राज्य सरकार द्वारा किसानों को खेती की नई तकनीक के साथ कम बारिश, कम भूमि में ज्यादा से ज्यादा फसल उगाने का प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए इजरायल भेजा गया था। दोनों किसान अब अपने-अपने प्रखंड के किसानों के बीच नई तकनीकी की जानकारी देंगे। किसान ध्रुवनारायण ¨सह ने बताया कि इजरायल में जैविक खाद का उपयोग ज्यादा मात्रा में किया जाता है। साथ ही खेती में पर्यावरण सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाता है। इसे लेकर वहां के किसान उर्वरक का उपयोग बिल्कुल ही नहीं करते है। मौके पर उप विकास आयुक्त ¨बदू माधव ¨सह, जिला कृषि पदाधिकारी मो. जुबेर सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।


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