स्वरोजगार अपना कर सशक्त बन रही महिलाएं
जासं पाकुड़ कोई भी समाज तभी सशक्त होगा जब उस समाज में रहने वाले परिवार की महिला सदस्य स
जासं, पाकुड़: कोई भी समाज तभी सशक्त होगा जब उस समाज में रहने वाले परिवार की महिला सदस्य सशक्त होगी। महिलाओं के सशक्त होने के लिए उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होना जरूरी है। राज्य व केंद्र सरकार जिले में विभिन्न योजनाएं संचालित कर महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में काम कर रही है। जिले के 135 हजार परिवार में से इस समय 125 हजार परिवार बैंकों से जुड़ गए है। शेष बचे दस हजार परिवार को इस साल 2021 में बैंकों के संबद्ध करने की योजना है।
समूह से जुड़ स्वरोजगार कर रही महिलाएं
ग्रामीण विकास विभाग से जुड़े झारखंड राज्य आजीविका मिशन महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए जिले में कई योजनाएं चला रही है। समूह से जुड़ी महिलाओं का बैंक खाता खोला गया है। इस साल जेएसएलपीएस समूह से जुड़ी महिलाओं के बीच 30 करोड़ रुपये की ऋण बांटने वाली है। इस राशि का उपयोग कर सखी मंडल की दीदियां स्वरोजगार कर आर्थिक व सामाजिक रूप से सशक्त बनेगी। इसी कड़ी में जेएसएलपीएस और भारतीय स्टेट बैंक की संस्था आरसेटी महिलाओं को हुनरमंद बनाने की योजना चला रही है। जिससे महिला अपने पसंद का स्वरोजगार खड़ी कर सके। इसके लिए उन्हें बैंक ऋण भी मुहैया कराई जाएगी। आरसेटी ने चालू वित्तीय वर्ष में लगभग 400 महिलाओं को प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य रखा है । सिलाई में 25, बकरी पालन में 92, मुर्गी पालन में 65 तथा 34 बैंक सखी का प्रशिक्षण दिया गया। वर्ष 2021 में जनवरी से मार्च तक बाम्बो क्राफ्ट में 35, मशरूम 35, कॉस्टयूम ज्वैलरी में 35, बकरी में 70 तथा मुर्गी पालन में 35 महिलाओं को लाभान्वित किया जाएगा। आरसेटी से प्रशिक्षण प्राप्त कर स्वरोजगार से जुड़कर सशक्त बनेगी।
तेजस्विनी योजना : समाज कल्याण विभाग ने महिला सशक्तीकरण के लिए जिले में तेजस्विनी योजना चला रही है। इसके तहत जिले की 41 हजार किशोरी, बालिकाओं व महिलाओं को जोड़ने की योजना है। इसके तहत महिलाओं का कौशल विकास किया जाएगा। जिससे कि ये स्वयं का रोजगार खड़ा कर सके। इसके अलावे समाज कल्याण विभाग महिलाओं को सशक्त करने के लिए महिला शक्ति केंद्र के माध्यम से उन्हें जागरूक करने का अभियान चला रही है। इसके लिए जिला व प्रखंड टॉस्क फोर्स का गठन किया गया है।
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महिला सशक्तीकरण के लिए जिले में कई योजनाएं चलाई जा रही है। महिलाओं को प्रशिक्षण देकर हुनरमंद बनाया जा रह है। हुनर की बदौलत महिलाएं स्वरोजगार कर अपने परिवार को शक्ति प्रदान कर रही है।
अनमोल कुमार सिंह, उप विकास आयुक्त, पाकुड़