आदिवासी महिला व युवक को पेड़ से बांधकर पीटा
घटना के संबंध में बताया जाता है कि बलियाडांगा गांव का रहने वाला 30 वर्षीय मुसलेउद्दीन अंसारी महिला के गांव आता-जाता था। बुधवार की रात भी वह महिला से मिलने के लिए आया था।
महेशपुर (पाकुड़) : महेशपुर प्रखंड के एक गांव में गुरुवार को आदिवासी महिला और एक युवक को आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ने के बाद ग्रामीणों ने दोनों को पेड़ से बांधकर जमकर पीटा।
घटना के संबंध में बताया जाता है कि बलियाडांगा गांव का रहने वाला 30 वर्षीय मुसलेउद्दीन अंसारी महिला के गांव आता-जाता था। बुधवार की रात भी वह महिला से मिलने के लिए आया था। इसी दौरान घर के लोगों ने उसे महिला के साथ देख लिया। फिर गांव के लोगों को इसकी सूचना दी गई। गुस्साए ग्रामीणों ने दोनों को पेड़ से बांध दिया। मुसलेउद्दीन शादीशुदा है और उसके तीन बच्चे हैं। वो दर्जी का काम करता है। वहीं महिला भी शादीशुदा है और उसका भी एक बच्चा है।
इधर, घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। स्थिति बिगड़ने की संभावना को लेकर पाकुड़ सहित महेशपुर, अमड़ापाड़ा, लिट्टीपाड़ा, हिरणपुर, पाकुड़िया, रदीपुर थाने की पुलिस को मौके पर बुलाया गया। पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। महेशपुर एसडीपीओ शशि प्रकाश, सार्जेट मेजर अवधेश कुमार, पुलिस निरीक्षक महेशपुर सुरेंद्र रविदास, लिट्टीपाड़ा पुलिस निरीक्षक सुरेंद्र कुमार सिंह, बीडीओ उमेश मंडल, अंचल निरीक्षक देवकांत सिंह दिनभर गांव में कैंप करते रहे। पुलिस आरोपित को अपने साथ थाना ले जाना चाह रही थी, जिसका ग्रामीणों ने विरोध कर दिया। ग्रामीण गांव में ही फैसला करने की जिद पर अड़े थे। महिला का पति दूसरे जिले में पुलिस की नौकरी करता है। ग्रामीणों ने बताया कि महिला के पति के आने के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। खबर भेजे जाने तक दोनों को नहीं छोड़ा गया था। महिला के पति का मोबाइल बंद है जिसके कारण ग्रामीण उससे संपर्क नहीं कर सके।
तीन वर्षो से चल रहा था प्रेम प्रसंग : ग्रामीणों ने बताया कि महिला का मुसलेउद्दीन के साथ करीब तीन वर्षो से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसकी जानकारी गांव वालों को भी थी। मुसलेउद्दीन हमेशा महिला का घर आना-जाना करता था। महिला का पति पुलिस में नौकरी करता है, इसलिए वह हमेशा बाहर रहता है। मुसलेउद्दीन इसका फायदा उठाता था। मुखिया की पहल पर निर्वस्त्र घुमाने का निर्णय टला : आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ने के बाद ग्रामीणों ने निर्णय लिया कि दोनों को निर्वस्त्र करके पूरे गांव में घुमाया जाएगा। बलियाडांगा पंचायत की मुखिया सुहागिनी मरांडी को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने अपने स्तर से पहल कर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। कुछ महिलाओं ने भी इसका विरोध किया। मुखिया के समझाने के बाद आक्रोशित ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ।
अर्थदंड लगाने का प्रविधान : ग्रामीण श्रीजन सोरेन के अनुसार अगर आदिवासी समाज में किसी दूसरे समुदाय के लोग गलत काम करे तो उस व्यक्ति पर अर्थदंड लगाने का प्रविधान है। महिला के साथ आरोपित को आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा गया है। दोनों अलग समुदाय के हैं। पंचायती में अगर दोनों की शादी का निर्णय लिया जाता है तो लड़का और लड़की पक्ष तीन-तीन खस्सी, एक क्विटल 15 पाई चावल, राशन सामग्री के अलावा 50 हजार से एक लाख रुपया तक जुर्माना किया जा सकता है।
घटना की सूचना के बाद गांव में काफी संख्या में पुलिस फोर्स भेजा गया है। स्थिति नियंत्रण में है। महिला के पति आने के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।
मणिलाल मंडल, पुलिस अधीक्षक
पाकुड़