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समान वेतन की मांग के लिए दिया धरना

लिट्टीपाड़ा(पाकुड़): समान कार्य के लिए समान वेतन की मांग को लेकर बाल विकास परियोजना की सेि

By JagranEdited By: Published: Wed, 17 Jan 2018 05:33 PM (IST)Updated: Wed, 17 Jan 2018 05:33 PM (IST)
समान वेतन की मांग के लिए दिया धरना
समान वेतन की मांग के लिए दिया धरना

लिट्टीपाड़ा(पाकुड़): समान कार्य के लिए समान वेतन की मांग को लेकर बाल विकास परियोजना की सेविका व सहायिका ने परियोजना कार्यालय के समक्ष बुधवार को एक दिवसीय धरना दिया। धरना का नेतृत्व सेविका संघ की अध्यक्षा बेलिना सोरेन ने की। सेविकाओं ने बताया कि सरकार सुनियोजित ढंग से आंगनबाड़ी केंद्रों को एनजीओ के हाथों देने की योजना बना रही है। सरकार के मनसूबे को हम लोग सफल नहीं होने देंगे। साथ ही कहा कि सरकार के दूसरे कर्मचारियों की भांति हमलोगों से भी उतना ही कार्य लिया जाता है तो हमें वेतन भी उनके बराबर मिलना चाहिए। कर्नाटक ट्रिब्यूनल के जजमेंट, 45 वें श्रम सम्मेलन की अनुशंसा व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के बयान के आलोक में सेविका व सहायिका को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। सातवां वेतन आयोग के निर्णयानुसार केंद्र व राज्य सरकार की मुहर के आलोक में न्यूनतम वेतनमान 18000 रुपया प्रतिमाह व 3000 रुपया पेंशन दिया जाय। साथ ही पद्दोन्नति, इंक्रीमेंट, चिकित्सा, अनुकंपा, मुआवजा, पीएफ आदि भी दिया जाए। सेविका सहायिकाओं का कहना है कि अगर उनकी मांगो पर सरकार ध्यान नहीं देगी तो 28 फरवरी को पूरे झारखंड में जेल भरो अभियान के तहत सभी सेविका व सहायिका गिरफ्तारी देंगी। मौके पर संघ का प्रखंड सचिव प्रेमलता हेम्ब्रम, बेली हेम्ब्रम, मति बास्की, मेनका देवी, सुमित्रा देवी, ¨बदिया मालतो, गुलाबी टुडू समेत प्रखंड क्षेत्र की सभी सेविका व सहायिका उपस्थित थी।

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