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एनआइए के डर से पाकुड़ में छिपा था आतंकी दिलबाग

पश्चिम बंगाल के कालियाचक थाना के सुल्तानगंज निवासी व आतंकी संगठन जेएमबी का सदस्य दिलबाग एक सप्ताह पूर्व पाकुड़ आया था। वह ठिकाना बदल-बदल कर रह रहा था।

By Edited By: Published: Fri, 10 Aug 2018 10:05 AM (IST)Updated: Fri, 10 Aug 2018 01:40 PM (IST)
एनआइए के डर से पाकुड़ में छिपा था आतंकी दिलबाग
एनआइए के डर से पाकुड़ में छिपा था आतंकी दिलबाग

पाकुड़। पाकुड़िया सिदो-कान्हू पार्क के समीप से बुधवार को गिरफ्तार जेएमबी आतंकी दिलबाग एनआइए व एटीएस टीम के डर से पाकुड़ में छिपा था। इसकी गिरफ्तारी से यह साफ हो गया कि पाकुड़ जिला आतंकी गतिविधियों से जुड़ा है। 2014 में भी जमात-उल-मुजाहिद्दीन ऑफ बांग्लादेश (जेएमबी) के सक्रिय सदस्य इब्राहिम को पुलिस ने तिलभीट्टा रेलवे स्टेशन के समीप से गिरफ्तार किया था। इब्राहिम की गिरफ्तारी के बाद एनआइए व एटीएस की नजर पाकुड़ पर थी। आतंकी दिलबाग के बारे में पुलिस को भनक नहीं लग पाई थी। एटीएस टीम के समक्ष आतंकी दिलबाग ने बोध गया व वर्धमान बम ब्लास्ट में शामिल होने की बात स्वीकार की है।

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पश्चिम बंगाल के कालियाचक थाना के सुल्तानगंज निवासी व आतंकी संगठन जेएमबी का सदस्य दिलबाग एक सप्ताह पूर्व पाकुड़ आया था। वह ठिकाना बदल-बदल कर रह रहा था। कोलकाता से पहुंची एटीएस टीम के मुताबिक बुधवार को आतंकी के पाकुड़िया थाना क्षेत्र में होने की पुष्टि हुई थी। सिदो-कान्हू चौक के समीप छापेमारी कर उसे दबोचा गया। वह पाकुड़िया के रास्ते बंगाल भागने के फिराक में था। पूछताछ में आतंकी ने कई अहम राज उगले हैं। दिलबाग वर्धमान बम ब्लास्ट में भी शामिल था। एटीएस टीम के आने की सूचना लोकल पुलिस को नहीं थी। पाकुड़िया पहुंचने के बाद टीम प्रमुख ने थाना में आने की लिखित सूचना दी थी। परंतु पुलिस को यह नहीं बताया गया कि टीम किस कारण से पाकुड़यिा पहुंची है। आतंकी दिलबाग की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को सूचना दी गई।

पूछताछ को पुलिस रवाना
आतंकी दिलबाग से पूछताछ के लिए पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र प्रसाद वर्णवाल ने टीम का गठन किया है। इसमें एसडीपीओ अशोक कुमार ¨सह, मुफ्फसिल थाना प्रभारी संतोष कुमार शामिल हैं। टीम कोलकाता के लिए रवाना हो गई है। एसपी ने बताया कि टीम आतंकी दिलबाग से पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया, आतंकी संगठन जेएमबी, बांग्लादेशी घुसपैठ, रो¨हग्या से संबंधित पूछताछ करेगी। हाल ही में आतंकी संगठन से पीएफआई की सांठगांठ की बात सामने आई है। इसलिए आतंकी से पीएफआई की गतिविधि के बारे में भी पूछताछ करेगी।

संदिग्धों का सेफजोन है पाकुड़िया
पाकुड़यिा थाना क्षेत्र बंगाल सीमा से सटी है। सीमाई क्षेत्र में आतंकी गतिविधि तो नहीं देखी गई है लेकिन बांग्लादेशी जैसी संदिग्ध व्यक्तियों का आना-जाना लगा रहता है। संदिग्ध लोगों से पुलिस ने आजतक पूछताछ नहीं की है। थाना से सटे राधानगर, लखीजोल, बेनाकुड़ा, नाजपहाड़ी, जामसोल, सोगले, बंगाबाड़ी, घोषपोखर के रास्ते संदिग्ध व्यक्तियों का हमेशा आना जाना लगा रहता है।

संगठन विस्तार के कोशिश में था आतंकी
वर्ष 2014 में मुíशदाबाद जिला के नवोग्राम थाना क्षेत्र के साहेबनगर निवासी आतंकी संगठन जेएमबी के सक्रिय सदस्य इब्राहिम शेख तिलभिट्टा रेलवे स्टेशन के समीप से हथियार के साथ पकड़ा गया था। मुफस्सिल पुलिस ने उनके पास से चार देसी बम, छह राउंड वाला देसी पिस्तौल, छह कारतूस, मोबाइल व जिहाद से संबंधित सामग्री बरामद की थी। इब्राहिम ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया था कि वह व‌र्द्धमान बम ब्लास्ट कांड में शामिल था। आतंकी सादिक उर्फ सुमन, कौशर उर्फ नसीरुल्ला उर्फ हाथकट्टा, नल्दा शेख, मौलाना युसुफ शेख व शकील गाजी भी बम ब्लास्ट मे उसका सहयोगी था। इब्राहिम की गिरफ्तारी कर पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की थी।

इसके बाद से इलाके में गतिविधियां बढ़ गई थी। वर्ष 2013-14 से आतंकी संगठन जमात-ए-मुजाहिद्दीन (जेएमबी) की गतिविधि देखी जा रही थी। पुलिस के हत्थे चढ़ा आतंकी संगठन जेएमबी के सक्रिय सदस्य इब्राहिम ने पुलिस के समक्ष खुलासा किया था कि वह संगठन का विस्तार करना चाहता था। इसके लिए वह कई युवकों को अपना जाल में फंसा चुका हैं। रुपये का प्रलोभन देकर युवाओं को संगठन में जोड़ना चाहता था। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि अगर आतंकी इब्राहिम की गिरफ्तारी नहीं होती तो अभी तक यह जिला अशांत हो जाता।

आतंकी दिलबाग की गिरफ्तारी पाकुड़िया से हुई है। इसकी सूचना पुलिस को काफी देर बाद मिली। आतंकी गतिविधि पर स्थानीय पुलिस के अलावा कई सुरक्षा एजेंसियों की नजर है। आतंकी दिलबाग से पूछताछ के लिए टीम का गठन किया गया है। टीम कोलकाता रवाना हो गई है।
-शैलेंद्र प्रसाद वर्णवाल, पुलिस अधीक्षक पाकुड़।


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