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रिजल्ट में गड़बड़ी का आरोप लगा छात्रों ने किया प्रदर्शन

जागरण टीम पाकुड़/महेशपुर जैक द्वारा जारी इंटरमीडिएट परीक्षा फल में गड़बड़ी का

By JagranEdited By: Published: Tue, 03 Aug 2021 01:16 AM (IST)Updated: Tue, 03 Aug 2021 01:16 AM (IST)
रिजल्ट में गड़बड़ी का आरोप लगा छात्रों ने किया प्रदर्शन
रिजल्ट में गड़बड़ी का आरोप लगा छात्रों ने किया प्रदर्शन

जागरण टीम, पाकुड़/महेशपुर : जैक द्वारा जारी इंटरमीडिएट परीक्षा फल में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषर के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को राज प्लस टू पाकुड़ में प्रदर्शन किया। परिषद के कार्यकर्ताओं व पीड़ित छात्र-छात्राओं ने प्राचार्य विलास प्रसाद यादवेंदु को मांग पत्र सौंप कर उचित कार्रवाई करने की मांग की है। छात्रों ने कहा कि संक्रमण के कारण इंटर द्वितीय वर्ष की परीक्षा नहीं हो सकी और परिणाम भी घोषित कर दिया गया। जैक ने एक आदेश जारी किया था कि छात्र-छात्राओं को पांच नंबर ग्रेस देकर पास किया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखकर जैक द्वारा अलग से सिलेबस जारी किया था। उसी के अनुरूप परीक्षा की तैयारी की गई थी। जैक ने परीक्षा नहीं ली। इसमें कई योग्य छात्र-छात्राओं को अनुतीर्ण कर दिया गया।

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महेशपुर : परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी को लेकर सोमवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने एसकेएम कालेज में प्रदर्शन किया। अभाविप के विश्व विद्यालय संयोजक राहुल मिश्रा ने बताया कि छात्रों को विभिन्न तरीकों से एक नंबर, दो नंबर, पांच नंबर के लिए फेल कर दिया गया है। विभाग संयोजक धनंजय साहा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य गौरव तिवारी समेत अभाविप के अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।

---------- काला बिल्ला लगा काम कर रहे स्वास्थ्यकर्मी जागरण संवाददाता, पाकुड़ : अपनी दो सूत्री मांगों के समर्थन में अखिल भारतीय एड्स नियंत्रण कर्मचारी कल्याण संघ ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अखिल भारतीय एड्स नियंत्रण कर्मचारी कल्याण संघ के तमाम कर्मी सोमवार से असहयोग आंदोलन की शुरुआत कर दी है। कर्मचारी काला बिल्ला लगाकर ड्यूटी करते दिखे। संघ के दो ही कर्मी सदर अस्पताल में काम कर रहे हैं।

आइसीटीसी लैब टेक्निशियन शिवनारायण यादव और एसटीआई आरटीआइ परमार्शी डा. विभाष चंद्र झा ने आंदोलन का खुलकर समर्थन किया है। दोनों कर्मियों ने असहयोग आंदोलन को सही ठहराया है। कर्मियों ने बताया कि सरकार हमारे साथ नाइंसाफी कर रही है। ईमानदारी पूर्वक काम करने के बाद भी हमारी मांगों पर विचार नहीं कर रही है। शिवनारायण ने कहा कि संघ दो तरह की मांग कर रही है। समान काम के लिए समान वेतन और वर्ष 2017 से अबतक का वेतन पुनरीक्षण की मांग सरकार के समक्ष रखी गई है। सरकार को इस पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भी कर्मचारी जान जोखिम में डालकर ड्यूटी पर तैनात रहे। इसके बाद भी सरकार उन्हें संपूर्ण सुविधा मुहैया नहीं करा रही है। डा. विभाष चंद्र झा ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार मनमानी कर रही है। हमारी मांगें जायज है और इसपर सरकार को विचार करना ही चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि आंदोलन के दौरान मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी।


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