केंद्र की श्रमिक विरोधी नीतियों से रेलवे कर्मचारी आहत
पाकुड़ ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन कोलकाता के बैनर तले पाकुड़ शाखा की ओर से शुक्रवार
पाकुड़ : ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन कोलकाता के बैनर तले पाकुड़ शाखा की ओर से शुक्रवार को रेलवे स्टेशन पर रेलवे कर्मचारियों ने मानव श्रृंगाला बनाकर श्रमिक कानूनों का विरोध किया। इस दौरान रेल कर्मचारियों ने केंद्र सरकार की ओर से रेलवे में लागू किये जाने वाले नये श्रमिक कानूनों की खिलाफत की है।
यूनियन के शाखा अध्यक्ष अखिलेश चौबे ने कहा कि वर्तमान में केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों से रेलवे कर्मचारी काफी क्षुब्ध एवं आहत हैं। कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार ओझा ने कहा कि कोरोना महामारी के समय रेलवे कर्मचारी अपने कर्तव्य का ईमानदारी पूर्वक निर्वहन किया। जब पूरा देश एवं निजी क्षेत्र के कर्मी अपने घरों में बंद थे, केवल सरकारी कर्मचारी जैसे डॉक्टर, नर्स, पुलिस कर्मी, सैनिक, सफाई कर्मी सहित रेलवे कर्मचारी अपनी जान की परवाह न करते हुए पूरे मनोयोग से आवश्यक वस्तुओं की अबाध ढुलाई में लगे रहे। ताकि इनकी कमी देश के किसी भाग में ना हो और किसी तरह की अव्यवस्था न हो। एक ओर जहां सभी को कोरोना वॉरियर्स का दर्जा देकर, उनके बीमा की व्यवस्था कर ,उनके उत्साह को बढ़ाया गया, परंतु रेल कर्मियों के लिए एक भी उत्साहवर्धक शब्द का प्रयोग नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की आड़ में रेलवे कर्मचारियों की छटनी, नया श्रमिक विरोधी कानून ले आना, निजीकरण एवं निगमीकरण कर रेलवे को बेचने की साजिश रची जा रही है। इसे र्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस कार्यक्रम में शाखा अध्यक्ष अखिलेश चौबे, फजले रहमान, विक्टर जेम्स, अमर मल्होत्रा , कलीम अंसारी, गुंजन कुमार, अरुण कुमार साह, दीपक प्रमाणिक, रामकुमार यादव, विक्रम भारती आदि थे।