कांडों के निष्पादन में देरी पर नपेंगे अधिकारी
पाकुड़ कांडों के निष्पादन व अनुसंधान में देरी करनेवाले संबंधित पुलिस अधिकारियों की अब
पाकुड़ : कांडों के निष्पादन व अनुसंधान में देरी करनेवाले संबंधित पुलिस अधिकारियों की अब खैर नहीं है। इन पर कार्रवाई होगी। इस मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक राजीव रंजन सिंह ने तेवर सख्त हैं।
27 व 28 फरवरी को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में सभी पुलिस निरीक्षकों की बैठक होगी। कांडों के निष्पादन व अनुसंधान में तेजी लाने की योजना तैयार की जाएगी। कांडों के त्वरित निष्पादन व अनुसंधान की निगरानी पुलिस उपाधीक्षक व सभी पुलिस निरीक्षक करेंगे।
पुलिस अधीक्षक राजीव रंजन सिंह ने बताया कि लंबित कांडों के निष्पादन व अनुसंधान में लापरवाही बरतने वाले पुलिस पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एक माह से अधिक दिनों तक कांड लंबित रहने पर संबंधित आइओ को जबाव देना पड़ेगा। न्यायालय इस मामले में काफी गंभीर है। एसपी ने बताया कि जिले के सभी थानों से लंबित कांडों की सूची तैयार कर ली गई है। 27 व 28 फरवरी को पुलिस निरीक्षकों की बैठक होगी। इसमें पुलिस अधिकारियों को तेजी से कांडों का निष्पादन करने का टिप्स भी दिया जाएगा। चेतावनी भी दी जाएगी कि एक माह से अधिक समय तक कांड लंबित रहने पर कार्रवाई होगी।
वर्ष 2018 तक थानों में लंबित मामले
थाना का नाम लंबित मामले
नगर थाना 42
मुफस्सिल 16
महिला थाना 00
मालपहाड़ी 13
अमड़ापाड़ा 19
महेशपुर 27
रदीपुर 00
पाकुड़िया 15
हिरणपुर 11
लिट्टीपाड़ा 17
सिमलौंग 01
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केस स्टडी वन
10 अप्रैल 2013 को लिट्टीपाड़ा थाना क्षेत्र के सिमलढाव नदी के पास नक्सलियों ने पुलिस पर हमला बोल दिया था। इस मामले में 28 नक्सलियों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया गया था। 10-15 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी एफआइआर किया गया था। 20 लोगों को गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिली।
केस स्टडी दो
वर्ष 2013 से लेकर 17 तक पांच चिटफंड कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इसमें चिटफंड कंपनी इंडेन निर्माण लिमिटेड, जीडीआइ एग्रो इंटरनेशनल लिमिटेड, स्मार्ट हाईराईज लि., सि ग्रीनेज वैली प्रोजेक्ट लिमिटेड, स्मूथ लाइफ कंसेप्ट मार्केंटिग प्रालि. सहित वारिस केपीटल फाइनेंस लिमिटेड का नाम शामिल है। उक्त पांचों मामले में पुलिस बहुत अधिक कुछ नहीं कर सकी है। मामला लंबित पड़ा हुआ है।