समझौता कर आपसी विवादों का करें समाधान
पाकुड़ जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से न्याय सदन में शनिवार को आयोजित राष्ट्रीय लोक
पाकुड़ : जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से न्याय सदन में शनिवार को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ओमप्रकाश पांडेय, उपायुक्त कुलदीप कुमार चौधरी, कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश प्रदीप कुमार चौबे, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश रमेश कुमार श्रीवास्तव व बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मो. मोहिउद्दीन ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
राष्ट्रीय लोक अदालत में आपसी सुलह समझौते के आधार पर 154 वादों का निष्पादन किया गया। इसी क्रम में 35,75,638 रुपये की राजस्व की वसूली हुई। जबकि 89,95,394 रुपये का समझौता किया। वहीं प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने मोटर वाहन दुर्घटना वाद के लाभुक महमूदा बीबी को 2,32,128 रुपये का चेक तथा सोनोती हेम्ब्रम को 4.89 लाख रुपये का चेक दिया। इसमें चार बेंचों का गठन किया गया था ।
इस मौके पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने कहा कि आपसी विवाद का समाधान मध्यस्थता से ही संभव है। ऐसे मामलों का निष्पादन के लिए सबसे अच्छा मंच लोक अदालत है। लोक अदालत में निष्पादन वादों का कहीं अपील नहीं होता है। उन्होंने कहा कि समाज एवं देश में फैले अपराध को मिटाने के लिए आमजनता पुलिस को सहयोग करे। इसके लिए समाज के लोगों को जागरुक होने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पारा लीगल वालंटियर आदिवासी बहुल ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण कर आदिवासी समाज के लोगों को कानून के प्रति जागरूक करें। कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि एक सिविल केस के निपटारा से कई विवादों का समाधान हो जाता है। लोक अदालत का मुख्य उद्देश्य है समाज में विसंगति दूर करना है। लोक अदालत विवादों की जड़ को जड़ से समाप्त कर देता है। इससे भविष्य में विवाद होने की संभावना नहीं रहती है। प्राधिकार के सचिव सुनील दत्त द्विवेदी ने बैंक संचालकों से कहा कि बैंक के ऋण धारकों को ऋण वसूली में अधिक-अधिक लाभ दें। जिससे ऋण धारक अपना कर्ज वापस कर सकें। इस अवसर पर एसडीजेएम संदीप कुमार बर्त्तम, न्यायिक दंडाधिकारी राकेश रंजन, एसडीओ प्रभात कुमार, बार एसोसिएशन के सचिव दीपक कुमार उपाध्याय आदि मौजूद थे।