वार्ता विफल, मांगों पर अड़े विस्थापित
संवाद सूत्र अमड़ापाड़ा (पाकुड़) पचुवाड़ा नार्थ कोल ब्लाक में मंगलवार को दूसरे दिन भी को
संवाद सूत्र, अमड़ापाड़ा (पाकुड़) : पचुवाड़ा नार्थ कोल ब्लाक में मंगलवार को दूसरे दिन भी कोयला खनन कार्य ठप रहा। विस्थापित ग्रामीण व प्रभावित गांवों के ग्रामीण मूलभूत सुविधा बहाल करने की मांग पर अड़े रहे। विस्थापितों व प्रभावित गांवों के ग्रामीणों को समझाने के लिए विशनपुर गांव में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक हुई। एसडीपीओ पंकज कुमार साव, एसडीपीओ नवनीत हेम्ब्रम, बीडीओ देवेश द्विवेदी तथा पुलिस निरीक्षक थाना प्रभारी मनोज कुमार ने झारखंड मानवाधिकार जन जागृति कल्याण परिषद के संस्थापक मुन्ना हेम्ब्रम व बीजीआर कंपनी के पीआरओ संजय कुमार बेसरा के बीच वार्ता की। वार्ता में कोई निष्कर्ष नहीं निकला। परिषद और विस्थापित प्रबंधन के एमडी को बुलाने की मांग पर अड़े रहे। विस्थापितों ने बताया कि बीजीआर और डब्लूबीपीडीसीएल प्रबंधन द्वारा पिछले दो वर्षों के दौरान किसी भी प्रकार की बुनियादी सुविधा उपलब्ध नहीं कराया है। विस्थापितों ने इसकी शिकायत प्रशासनिक पदाधिकारियों के समक्ष की। विस्थापितों ने प्रशासनिक अधिकारियों को बताया कि जबतक प्रबंधन आवास, शिक्षा, चिकित्सा, पेयजल, बिजली, रोजगार, मुआवजा, क्षति-पूर्ति की राशि आदि विभिन्न सुविधाएं स्थायी तौर पर बहाल नहीं करेगा, तबतक उत्खनन कार्य बंद रखा जाएगा। एसडीओ ने विस्थापितों को समझाने का प्रयास करते हुए कहा कि सीएसआर, आरएंडआर नीति तथा खनन नियमों के तहत जो सारी सुविधाएं आप सबों को मिलनी चाहिए अथवा अबतक कौन-कौन सी सुविधाएं मिलीं है, बैठक कर निष्कर्ष निकाला जाएगा। एसडीपीओ ने कहा कि एक प्रतिनिधिमंडल बनाकर प्रशासन को अपनी समस्याओं से अवगत कराएं। विस्थापितों को हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। एसडीपीओ तथा थाना प्रभारी ने भी विस्थापित ग्रामीणों की समस्याओं को सुना और हर समस्या का समाधान का भरोसा दिया।