मीडिया पर रहेगी एमसीएमसी की नजर
पाकुड़ लोकसभा चुनाव के लिए गठित मीडिया सर्टिफिकेशन एंड मॉनिटरिग कमेटी (एमसीएमसी) समा
पाकुड़: लोकसभा चुनाव के लिए गठित मीडिया सर्टिफिकेशन एंड मॉनिटरिग कमेटी (एमसीएमसी) समाचार, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के साथ साथ सोशल मीडिया पर पैनी नजर रख रही है। टीम लोकल केबल टीवी ऑपरेटर से न्यू•ा बुलेटिन का प्राइम टाइम, स्क्रोलिग एवं विभिन्न राजनीतिक दलों के विज्ञापन प्रसारण में विशेष सतर्कता बरतते हुए एमसीसी के प्रावधानों का अनुपालन सुनिश्चित कर रही है। उक्त बातें एमसीएमसी के सचिव सह जिला जनसंपर्क पदाधिकारी कुमार गौतम ने रविवार को कहीं।
उन्होंने कहा कि लोकल चैनलों को यह निर्देश दिया गया है कि उनके द्वारा दिखाए जा रहे विज्ञापनों का जो दर है उसे एमसीएमसी के समक्ष प्रस्तुत करें। राजनीतिक दलों द्वारा चलाए जाने वाले विज्ञापन और भुगतान का ब्यौरा विपत्र सहित एमसीएमसी के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। डीपीआरओ ने कहा कि एमसीएमसी चुनाव प्रक्रिया के दौरान एक मॉनिटरिग निकाय के रूप में कार्य करेगी । इसके सदस्य समाचार पत्र, न्यू•ा चैनल और सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों पर बारीकी से राजनीतिक दलों के विज्ञापनों व भाषण पर नजर बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि एमसीएमसी कोषांग को प्राप्त होने वाली शिकायतें मुख्य रूप से आदर्श आचार संहिता और व्यय कोषांग को प्रतिवेदित की जाएंगी।
समाचार पत्रों, न्यू•ा चैनल और सोशल मीडिया पर नजर रखने के लिए मीडिया कोषांग के कर्मियों को प्रतिनियुक्त किया गया है। वह इस पर नजर रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि फेसबुक, वाट्सएप, यूट्यूब, इंस्टाग्राम इत्यादि सोशल मीडिया पर कमेटी की विशेष नजर रहेगी। सोशल मीडिया पर किसी भी उम्मीदवार के लिए चुनाव अभियान नहीं चलाया जाए। एमसीएमसी कमेटी सोशल मीडिया पर विशेष नजर बनाए रखेगी। साथ ही कमेटी द्वारा विभिन्न सोशल मीडिया ग्रुप पर भी नजर रहेगी।
कमेटी द्वारा चुनाव प्रचार के लिए मुद्रित पंप्लेट, पोस्टर, हैंड बिल तथा अन्य सामग्री पर भी नजर रहेगी। इन सामग्रियों पर मुद्रक एवं प्रकाशक का नाम, पता और प्रकाशित प्रतियों की संख्या अनिवार्य रूप से अंकित करने का संबंधित को निर्देश दिया गया है।