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महासमर : अधर में अटक गई तकनीकी शिक्षा की योजना

कैच वर्ड बड़ा मुद्दा --------------------------------- लिट्टीपाड़ा विधानसभा-------

By JagranEdited By: Published: Fri, 15 Nov 2019 06:34 PM (IST)Updated: Sat, 16 Nov 2019 06:20 AM (IST)
महासमर : अधर में अटक गई तकनीकी शिक्षा की योजना
महासमर : अधर में अटक गई तकनीकी शिक्षा की योजना

कैच वर्ड: बड़ा मुद्दा --------------------------------- लिट्टीपाड़ा विधानसभा------------------

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- न्यायालय की रोक के बाद फंस गया मामला - तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने से वंचित हो रहे युवा-भवन निर्माण विभाग को श्रम नियोजन विभाग ने लौटाया दोनों भवन जागरण संवाददाता, पाकुड़: प्रखंडों में छात्रों को तकनीकी शिक्षा मुहैया कराने की सरकार की योजना अधर में अटक गई है। शिक्षक(इंस्ट्रक्टर) बहाली प्रक्रिया पर न्यायालय की रोक के बाद सरकार ने इस दिशा में बढ़ाया अपना कदम वापस ले लिया है। जिसके कारण हिरणपुर प्रखंड के मोहनपुर और महेशपुर में खुलने जा रहा औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था (आईटीआई) अब ठंडे बस्ते में चला गया है। भवन बनकर बेकार पड़ा हुआ है। तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने की युवाओं की उम्मीद धुमिल हो गई है। एमएसडीपी योजना से बना था दो आईटीआई भवन ------------------------------- मल्टी सेक्टर डेवलपमेंट प्रोग्राम(एमएसडीपी) के तहत कल्याण विभाग की ओर से हिरणपुर प्रखंड के मोहनपुर व महेशपुर में ढाई करोड़ की लागत से औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान खोलने के लिए भवन का निर्माण हुआ था। सरकार की ओर से प्रखंडों में आईटीआई खोलने के निर्णय के बाद श्रम नियोजन विभाग ने इस भवन को अपने अधीन लेकर आईटीआई खोलने की कवायद शुरू की। 2018 में विद्यालय में नामांकन के लिए नामांकन प्रक्रिया की शुरूआत की गई। साथ ही कर्मियों की बहाली की भी कवायद शुरू की गई। बावजूद इसके औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान की शुरूआत नहीं हो सकी। ----------------

क्या थी सरकार की योजना ----------------- झारखंड सरकार की तत्कालीन मुख्य सचिव राजबाला वर्मा के निर्देश पर वर्ष 2016 में राज्य के 105 प्रखंडों में आईटीआई खोलने व इसकी पढ़ाई शुरू करने का निर्देश दिया गया था। इसमें कहा गया था कि किराये के भवन या खाली पड़े सरकारी भवन में तत्काल आईटीआई की पढ़ाई शुरू की जाए। इसी आलोक में श्रम नियोजन विभाग सदर प्रखंड को छोड़ जिले के सभी प्रखंडों में आईटीआई की पढ़ाई शुरू करने के लिए भवन की तलाश करने लगा। विभाग को जानकारी मिली कि एमएसडीपी योजना के तहत महेशपुर व हिरणपुर में दो आईटीआई भवन बनकर तैयार है। इसके बाद संबंधित विभाग से संपर्क कर श्रम नियोजन विभाग ने इन दोनों भवनों में आईटीआई की पढ़ाई शुरू करने की कवायद शुरू की। आईटीआई की पढ़ाई के लिए अनुबंध पर इंस्ट्रक्टर की बहाली साक्षात्कार के आधार पर करनी थी। लेकिन इसके खिलाफ कुछ लोग हाई कोर्ट चले गए। इसपर हाई कोर्ट ने बहाली प्रक्रिया पर रोक लगाकर कर्मचारी चयन आयोग से इंस्ट्रक्टर की बहाली करने का निर्देश दिया। शिक्षक बहाली की पेंच के कारण आईटीआई की पढ़ाई शुरू करने की सरकार की योजना ठंडे बस्ते में चली गई। जर्जर हो गया भवन ------------------------ मोहनपुर में आईटीआई के लिए बनाया गया भवन अब जर्जर होने लगा है। असमाजिक तत्वों द्वारा भवन के दरवाजा, खिड़कियों में लगे शीशा को तोड़ दिया गया है। भवन परिसर में झाड़ झंकार उग आया है। जिप सदस्य शहनाज बीबी, पूर्व उप प्रमुख अब्दुल गनी आदि ने बताया कि आईटीआई भवन निर्माण से काफी आशा जगी थी कि क्षेत्र के युवाओं को रोजगार परक शिक्षा मिलेगी।

वर्जन: ------------ संबंधित विभाग को भवन पहले ही वापस लौटा दी गई है। आईटीआई नहीं खुलने के कारण की सही जानकारी नहीं है। यह मामला पहले का है। राजीव कुमार, प्रभारी जिला नियोजन पदाधिकारी, पाकुड़


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