श्रद्धा- भक्ति से मना कल्पतरु उत्सव
पाकुड़ शहर के राजापाड़ा स्थित रामकृष्ण शारदा सेवाश्रम में बुधवार को श्रद्धा-भक्ति एवं धूमधा
पाकुड़: शहर के राजापाड़ा स्थित रामकृष्ण शारदा सेवाश्रम में बुधवार को श्रद्धा-भक्ति एवं धूमधाम से कल्पतरु उत्सव मनाया गया। इस पावन अवसर पर पूजा-अर्चना, प्रवचन और भक्ति गीत - संगीत का आयोजन किया गया। इस धार्मिक अनुष्ठान में खासकर शहर के बंगाली समाज के श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया। इस मौके पर सेवाश्रम में सुबह आठ बजे कल्पतरु की पूजा शुरू हुई। पुरोहित चंदन ठाकुर ने इस कर्मकांड को कराया। मौके पर इस सेवाश्रम के अध्यक्ष स्वामी बागीशनंद जी महाराज, उपाध्यक्ष राम चटर्जी, शीलामाता, असीमा दास, शंकर सरकार, समर चक्रवर्ती, उज्ज्वल दफादार, प्रताप शुक्ला समेत दर्जनों श्रद्धालु उपस्थित थे।
सेवाश्रम हॉल में आयोजित प्रवचन में कोलकाता बाग बाजार स्थित रामकृष्ण मिशन के स्वामी विरागानंद जी महाराज उपस्थित श्रद्धालुओं को कल्पतरु उत्सव के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कहा, कल्पतरु वृक्ष के समक्ष श्रद्धाभक्ति से मांगी गई मनोकामनाएं पूरी हो जाती है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1886 में रामकृष्ण परमहंस स्वयं कल्पतरु बन गए थे और श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूरी की थी। तब से यह कल्पतरु उत्सव मनाया जाता है। इस दौरान उन्होंने श्रद्धालुओं को रामकृष्ण परमहंस एवं स्वामी विवेकानन्द के बारे में भी बताया। उत्सव के दौरान आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में प. बंगाल के सैंथिया के कलाकार प्रो. भाष्कर केयरी तथा स्थानीय कलाकार देवराज, ऋषिराज, लिपिका पांडे ने भक्ति गीत एवं संगीत प्रस्तुत किया।