जिउतिया पर आज निर्जला उपवास रखेंगी माताएं
सप्तमी तिथि को नहाय खाय के बाद अष्टमी तिथि को महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं। इसके बाद अगले दिन पारण किया जाता है।
पाकुड़ : जिउतिया पर्व बुधवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ। पुत्र की लंबी आयु, आरोग्य और सुखमयी जीवन के लिए माताएं इस व्रत को करती हैं। सप्तमी तिथि को नहाय खाय के बाद अष्टमी तिथि को महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं। इसके बाद अगले दिन पारण किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि जो महिलाएं यह व्रत रखती हैं उनके बच्चों के जीवन में सुख शांति बनी रहती है और उन्हें संतान वियोग नहीं सहना पड़ता। चौक-चौराहों पर सजीं पूजा साम्रगी की दुकानें : जिउतिया को लेकर चौक-चौराहों पर फल व पूजा साम्रगी की दुकानें सज गई हैं। व्रती महिलाएं पूजा साम्रगी, फल व डाला की खरीदारी में जुट गई है। चौक-चौराहों पर दुकानें सजने से बाजार में रौनक बढ़ गई है। हालांकि विगत वर्ष की भांति इस वर्ष सभी सामान के दामों में काफी उछाल है। व्रतियों ने कहा कि कोरोना महामारी और लॉकडाउन की वजह से इस बार काफी महंगाई बढ़ गई है।