दुर्घटना में मरने वाले मजदूरों को 20 लाख मुआवजा दे सरकार
मधेपुरा। राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस ( इंटक) व अन्य केंद्रीय श्रमिक संगठन के कार्यकर्ताओं ने मधुब
मधेपुरा। राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस ( इंटक) व अन्य केंद्रीय श्रमिक संगठन के कार्यकर्ताओं ने मधुबन पंचायत के तीनटेंगा गांव में भूख हड़ताल की। इंटक के जिलाध्यक्ष संजय कुमार ने कहा कि कोरोना काल में सबसे ज्यादा परेशानी मजदूरों को हो रही है। लेकिन, राज्य व केंद्र सरकार मजदूरों के हकमारी करने में जुटी है। श्रम कानून में संशोधन कर राज्य सरकारों ने मजदूरों के हितों की अनदेखी कर रही है। आठ घंटे के बदले 12 घंटे कार्य करने का निर्णय सरकार जल्द से जल्द वापस लेने, अन्य प्रदेशों से आ रहे मजदूरों से रेल किराना नहीं वसलूने, मजदूरों को सकुशल घर पहुंचाने एवं लॉकडाउन के दौरान दुर्घटना में मरने वाले मजूदरों को 20 लाख रुपये का मुआवजे देने की मांग की। इसके अलावा इंटक के कार्यकर्ताओं ने पीएम केयर फंड में आए एक-एक पैसों के हिसाब देने को कहा। भूख हड़ताल कर रहे केलू मंडल, बुलो मंडल, उषा देवी, नीतू देवी, रुकिया देवी, सागर कुमार, किशन मंडल, गोलू कुमार यादव, प्रीतम कुमार, गंगिया देवी, सुनीता देवी, किरण देवी, सिपी देवी, मीरा देवी, सुनीता देवी, संजीव मंडल, संतोष कुमार महतो, संगीता देवी, नंदनी देवी, मीरा देवी, देवकी देवी सहित अन्य ने श्रम कानून का वापस लेने सहित अन्य मांगों को जल्द पूरा नहीं करने पर आगे चरणबद्ध तरीके से आंदोलन जारी रखने की बात कही।