सामुहिक दुष्कर्म के बाद हुई थी बच्ची की हत्या
जागरण संवाददाता, पाकुड़ : महेशपुर थाना क्षेत्र के दुमका डंगाल चेकडैम के नजदीक 12 वर्षीय बच्ची के स
जागरण संवाददाता, पाकुड़ : महेशपुर थाना क्षेत्र के दुमका डंगाल चेकडैम के नजदीक 12 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद हुई हत्या मामले को लेकर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। जमीन-जायदाद को लेकर बच्ची के साथ दुष्कर्म व उसकी हत्या की गई । इस मामले में पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। पकड़े गए आरोपितों ने अपना जुर्म स्वीकार किया है। पूछताछ के बाद सभी को जेल भेज दिया गया है। घटना स्थल से बरामद गुलेल व गोटी को जब्त कर लिया गया है, जबकि खून से सने कपड़े को जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेज दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र प्रसाद वर्णवाल ने बुधवार को बताया कि 23 अप्रैल को मवेशी चराने के दौरान आरोपितों ने एक बच्ची के साथ सामुहिक दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी थी। मामले की तह तक पहुंचने व आरोपितों को पकड़ने के लिए पुलिस उपाधीक्षक नवनीत हेंब्रम की अगुवाई में एसआईटी टीम का गठन किया गया। टीम में पुलिस निरीक्षक शिवशंकर तिवारी, थाना प्रभारी सुरेंद्र कुमार ¨सह शामिल थे। घटना के 24 घंटे के अंदर आरोपितों को पकड़ लिया गया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि विमला मरांडी ने मृतका को पोसपुत्री बनाकर रखा था। करीब एक वर्ष पूर्व जमीन-जायदाद व धन-संपत्ति को लेकर विमला व आरोपित मोतीलाल हेंब्रम उर्फ गांधी हेंब्रम के बीच झगड़ा हुआ था। विमला का कहना था कि वह सारा संपत्ति मृतका को दे देगी। घटना के 15 दिन पूर्व मोतीलाल बाहर गया था। इसी बीच विमला व मृतका के साथ मोतीलाल की पत्नी का काफी झगड़ा हुआ था। मोतीलाल जब वापस लौटा तो उसे इसकी जानकारी हुई। उसने मृतका को रास्ते से हटाने के लिए योजना बनाई। योजना की जानकारी अपने परिजन मीही लाल हेंब्रम, मिकाईल हेंब्रम व प्रधान हेंब्रम को दी। घटना के दिन बच्ची दुमका डंगाल चेकडैम के समीप मवेशी चराने गई थी। इसी बीच मोतीलाल व प्रधान हेंब्रम बच्ची को जबरन एक गड्ढा में ले गए तथा बारी-बारी से दुष्कर्म करने के बाद गला व छाती दबाकर उसकी हत्या कर दी। घटना को अंजाम देते समय मीही लाल हेंब्रम व मिकाईल हेंब्रम आने-जाने वाले पर नजर रख रहे थे। घटना के बाद आरोपितों ने शव को एक झाड़ी में फेंक दिया और भाग निकले। घटना स्थल से बरामद गुलेल से आरोपितों का पता चल पाया। आरोपितों ने अपना गुनाह स्वीकार कर लिया है। सभी को जेल भेज दिया गया है।