दो दर्जन विद्यालयों में एमडीएम बंद
पाकुड़: सरकार की ओर से चलाई जा रही मध्याह्न भोजन योजना सदर प्रखंड के तकरीबन दो दर्जन विद्य
पाकुड़: सरकार की ओर से चलाई जा रही मध्याह्न भोजन योजना सदर प्रखंड के तकरीबन दो दर्जन विद्यालयों में बंद है। इसका कारण कहीं चावल तो कहीं पैसे का अभाव बताया जा हा है। जिससे इन स्कूलों में पढ़ाई करने वाले बच्चे मध्याह्न भोजन से वंचित हो गए हैं। इससे बच्चों की उपस्थिति कम हो गई है। जिले के अन्य प्रखंड के विद्यालयों में भी राशि के अभाव में एमडीएम बंदी के कगार पर है। जबकि सर्वेाच्च न्यायालय का स्पष्ट निर्देश है कि बच्चों का मध्याह्न भोजन किसी भी हाल में बंद नहीं होना चाहिए।
कहीं चावल तो कहीं पैसे के अभाव में बंद है एमडीएम
प्रखंड के विद्यालयों में एमडीएम बंद होने का कारण चावल व राशि का अभाव बताया जा रहा है। विडंबना यह है कि गोदामों में चावल पड़े रहने के बावजूद इसे विद्यालयों तक नहीं पहुंचाया जा रहा है। डोर स्टेप के माध्यम से स्कूलों में चावल पहुंचाया जाना था परंतु ऐसा करने में आपूर्ति विभाग विफल साबित हुई है। पिछले चार माह से डोर स्टेप का चावल स्कूलों तक नहीं पहुंचाया गया है। जिस विद्यालय के अध्यक्ष या संयोजित स्वयं चावल का उठाव कर ले जाते है उसी विद्यालय में एमडीएम संचालित है। वहीं कई ऐसे विद्यालय हैं जहां राशि के अभाव में एमडीएम नहीं बन रहा है। जिसके कारण विद्यालयों के रसोई में ताला लटक रहा है।
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इन विद्यालयों में एमडीएम बंद
स्कूल का नाम------------------छात्र संख्या
- राजकीय मध्य विद्यालय धनुषपूजा - 801
- मध्य विद्यालय नवीनगर - 660
- मध्य विद्यालय रानी ज्योतिर्मय - 458
- यूएमएस भवानीपुर - 641
- प्राथमिक विद्यालय बल्लभपुर - 153
- प्राथमिक विद्यालय कूड़ापाडा़ - 250
- प्राथमिक विद्यालय पिपलजोडी़ - 40
- यूपीएस तीलभीटा -- 369
- यूपीएस कासिला -- 262
- यूपीएस चंद्रपाड़ा -- 241
- यूपीएस सोलागढी़या -- 104
- यूपीएस भुरकुंडा -- 68
- यूपीएस शिवतल्ला - 72
- यूपीएस रांगमटिया - 58
- यूपीएस मारिडीह -70
- यूपीएस डूंगरीटोला - 71
- एनपीएस शाहपुर -- 222
- यूपीएस शीर्षाटोला - 290
- मदरसा नवरोत्तमपुर
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कोट
डोर टू स्टेप डिलीवरी में शिथिलता बरतने के कारण चावल स्कूलों में नही पहुंचाया गया है। इसके कारण एमडीएम बंद हो गया है, और कई स्कूलों में बंदी के कगार पर है। इस संबंध में विभाग के वरीय पदाधिकारी को लिखित सूचना दी गई है। साथ ही राशि समाप्ति की भी सूचना पदाधिकारी को दी गई है।
रामनरेश राम,
बीईईओ पाकुड़