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एक किलोमीटर दूर से लाना पड़ता पीने का पानी

हिरणपुर(पाकुड़) हिरणपुर प्रखंड मुख्यालय से महज तीन किमी दूर बरमसिया गांव है। इस गांव के

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 Nov 2019 09:30 AM (IST)Updated: Tue, 26 Nov 2019 09:30 AM (IST)
एक किलोमीटर दूर से लाना पड़ता पीने का पानी
एक किलोमीटर दूर से लाना पड़ता पीने का पानी

हिरणपुर(पाकुड़): हिरणपुर प्रखंड मुख्यालय से महज तीन किमी दूर बरमसिया गांव है। इस गांव के ऊपर टोला के लोग वर्षो से बुनियादी सुविधाओं से वंचित है। सड़क, पेयजल, स्वास्थ्य सेवा की कमी है। यहां 98 परिवार के लोग रहते हैं। इसमें आदिवासी, अल्पसंख्यक व पिछड़ी जाति समुदाय के हैं। गांव की सड़क करीब 25 वर्षो से जर्जर है। अभी नुकीले पत्थर निकल आए हैं। ग्रामीणों को आवागमन में काफी परेशानी होती है। गांव मे पेयजल की विकट समस्या है। इस टोला में अभी तक एक भी चापाकल नहीं है। कुओ हैं। ग्रामीणों को एक किमी दूरी तय करके मुख्य सड़क किनारे स्थित चापाकल से पानी लाना पड़ रहा है। गर्मी के समय में चापाकल का पानी सूख जाता है। ग्रामीण करीब दो किमी दूरी तय करके बेसिक स्कूल के निकट से पानी लाते हैं। पानी के लिए हर वर्ष गांव में हाहाकार मचा रहता है।

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उधर सरकारी स्वास्थ्य सेवा का हाल भी नाजुक है। गांव में करीब सात वर्ष पूर्व भवन निर्माण विभाग द्वारा स्वास्थ्य उप केंद्र भवन का निर्माण किया गया था। अज तक स्वास्थ्य केंद्र चालू नहीं हो पाया। इस कारण भवन जर्जर हो गया है। गांव के लोग सामान्य बीमारी होने पर हिरणपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाने को मजबूर हैं। ग्रामीण गुल मोहम्मद, बैजून मुर्मू, यार मोहम्मद, कुलसुम बेवा, मोनू मुर्मू आदि ने बताया कि गांव मे वर्षो से पानी, सड़क व स्वास्थ्य सेवा की स्थिति नाजुक है। इसको लेकर कई बार पदाधिकारियों को जानकारी दी गई। अभी तक समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया।


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