Move to Jagran APP

बदहाल व्यवस्था के बीच लोकतंत्र का राग

पाकुड़िया (पाकुड़) झारखंड-बंगाल सीमा पर स्थित बेनाकुड़ा गांव ब्राह्मणी नदी के तट पर बसा

By JagranEdited By: Published: Sat, 14 Dec 2019 08:11 AM (IST)Updated: Sat, 14 Dec 2019 08:11 AM (IST)
बदहाल व्यवस्था के बीच लोकतंत्र का राग
बदहाल व्यवस्था के बीच लोकतंत्र का राग

पाकुड़िया (पाकुड़) : झारखंड-बंगाल सीमा पर स्थित बेनाकुड़ा गांव ब्राह्मणी नदी के तट पर बसा है। यह प्रखंड मुख्यालय से करीब 13 किलोमीटर दूर है। रामपुरहाट रेलवे स्टेशन की दूरी महज 20 किलोमीटर है। 140 परिवार वाले इस गांव में एक हजार लोग निवास करते हैं। गांव में रोज चुनावी खिचड़ी पक रही है। गांव के वोटरों में चुनाव को लेकर उत्साह है। सड़क, सिचाई व पानी की बदहाल स्थिति के बाद भी लोग लोकतंत्र का राग अलाप रहे हैं।

loksabha election banner

चुनावी माहौल में गांव के कई बड़े-बड़े मुद्दे उभर के सामने आते हैं। इसी कड़ी में गांव के वोटरों का नब्ज टटोलने के लिए बेनाकुड़ा गांव पहुंचे। स्थानीय लोग चौपाल में बैठे हैं। उस चौपाल में मैं भी बैठ गया। वोटरों का विचार लेने की कोशिश की। इसी बीच सुशांत यादव ने कहा कि आजकल अलग-अलग दलों के नेता और कार्यकर्ता गांव पहुंच आशीर्वाद मांग रहे हैं। किसी को निराश नही लौटा रहे हैं। वोट का बटन कहां दबाना है यह तो अंदर की बात है। अधीर यादव ने कहा कि झारखंड और बंगाल के सीमा पर ब्राह्मणी नदी गुजरता है। इस नदी पर दो-दो पुल बनाए गए हैं। लेकिन यहां की सड़क नहीं सुधरी। बड़ा सिंहपुर से बेनाकुड़ा होते हुए लखिजोल तक सड़क अत्यंत ही खराब है। यहां करोड़ों की लागत से बना पुल उपयोगी सिद्ध नहीं हो रहा है। सरकार की भी नजर इस ओर नही पड़ी है। सड़क की दुर्दशा सुधारने वाले को ही वोट करेंगे। चौपाल पर बैठे नंदलाल भंडारी ने बताया कि वह नाई का काम करता है। वह अत्यंत ही गरीब है। घर रहने लायक नहीं है। वह ताड़ और खजूर की झाड़ी से निर्मित झोपड़ी में निवास करते हैं। बरसात में घर के अंदर पानी टपकता है। इसके बावजूद उन्हें अबतक प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिला है। कालेश्वर यादव ने बताया कि गांव में एक मात्र आंगनबाड़ी केंद्र है, लेकिन केंद्र का अपना भवन नहीं है। प्रेम यादव ने बताया कि खेतों की सिचाई के लिए पटवन की सुविधा नही है। लघु सिचाई विभाग से पुराना जलापूर्ति पाइप लगाया गया है, लेकिन वह खराब और जर्जर हालत में है। इसका लाभ किसानों को नही मिल रहा है। यह योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गयी है। गंगामुनी भंडारी ने वृद्धावस्था पेंशन मिलने व पीएम आवास नही मिलने की शिकायत की। बीडीओ मिथलेश कुमार चौधरी से पूछे जाने पर बताया कि चुनाव बाद सभी समस्याओं पर संज्ञान लिया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.