पंद्रह दिन बाद भी शुरू नहीं हुई कोयले की ढुलाई
जागरण संवाददाता पाकुड़ कोयला चोरी से त्रस्त बीजीआर कंपनी ने पंद्रह दिन बाद भी कोयला
जागरण संवाददाता, पाकुड़: कोयला चोरी से त्रस्त बीजीआर कंपनी ने पंद्रह दिन बाद भी कोयला ढुलाई का काम शुरू नहीं किया है। कोयला चोरी रोकने के पुलिस व प्रशासन के कदम पर कंपनी भरोसा नहीं कर पाई है। इस संबंध में कंपनी के वाइस प्रेसीडेंट अनिल रेड्डी ने स्थानीय सांसद व विधायक से मुलाकात की है। कोयला ढुलाई बंद होने से इस कार्य में लगे ट्रांसपोर्टरों की परेशानी बढ़ गई है। उनकी गाड़िया खड़ी है। मेंटेनेंश करना मुश्किल हो गया है। उन्हें यह पता भी नहीं है कि कब कोयला ढुलाई का काम शुरू हो सकेगा। एसपी से की थी कोयला चोरी की शिकायत
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कोयला रोड में कोयला चोरी से त्रस्त बीजीआर कंपनी ने 8 जनवरी से कोयला ढुलाई का काम बंद कर दिया था। इसके बाद कंपनी के अधिकारी ने 9 जनवरी को एसपी राजीव रंजन सिंह से मुलाकात कर कोयला चोरी की शिकायत की और कोयला चोरी रोकने का अनुरोध किया। कंपनी के अधिकारी ने एसपी को बताया था कि बंगाल के लोग खुलेआम कोयला उतार रहे हैं। इसमें स्थानीय लोग भी शामिल हैं। डंपरों से उतारे गए कोयले को साइकिल, बाइक व ठेला के माध्यम से बंगाल बॉर्डर व बंगाल में पहुंचाया जा रहा है। इससे कंपनी को काफी नुकसान
हो रहा है। इस बीच कंपनी ने 12 जनवरी तक कोयला ढुलाई का काम बंद करने की घोषणा की थी। कंपनी की ओर से 13 जनवरी सोमवार से कोयला ढुलाई का काम फिर से शुरू करने की बात कही गई थी। परंतु 24 जनवरी तक कंपनी ने कोयला ढुलाई का काम शुरू नहीं किया है।
ग्रामीणों के बीच पुलिस ने चलाया जागरूकता अभियान
----------------------------- कोयला चोरी की शिकायत के बाद एसपी ने निर्देश पर चोरी रोकने के लिए पुलिस टीम का गठन कर गांव-गांव में जागरूकता अभियान चलाया गया। टीम में नगर थाना के अलावा महेशपुर, अमड़ापाड़ा व मालपहाड़ी थाना प्रभारी शामिल किए गए थे। टीम में शामिल पुलिस अधिकारी तीन दिनों तक संबंधित गांवों में बैठक कर
ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। ग्रामीणों को यह बताया कि कोयला चोरी अपराध है। इसलिए डंपरों से कोयला न उतारें। इसके बाद भी अगर ग्रामीण डंपरों से कोयला उतारने का काम करते हैं तो उसपर मामला दर्ज कर सीधे जेल भेज दिया जाएगा।
क्या कहते हैं कंपनी के अधिकारी--------------------------बीजीआर कंपनी के वाइस प्रेसीडेंट अनिल रेड्डी ने बताया कि कोयला चोरी की स्थिति में कोयला ढुलाई करना संभव नहीं है। इस संबंध में प्रशासन के साथ साथ जिले के तीनों विधायक व सांसद से मुलाकात की गई है। प्रतिनिधियों ने आश्वासन दिया है कि सरकार गठन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ग्रामीणों के साथ बैठक कर चोरी पर पूरी तरह से रोकने के लिए कदम उठाएं जाएंगे। अभी यदि ट्रांसपोर्टर अपनी जिम्मेवारी पर कोयला ढुलाई करना चाहे तो वे तैयार है। उन्होंने उम्मीद जताया कि 30 जनवरी तक कोयले की ढुलाई शुरू हो सकेगी। कोट
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कोयला ढुलाई का काम कंपनी को करना है। कोयला चोरी रोकने के लिए पुलिस सजग है। इसके लिए अभियान चलाकर ग्रामीणों को जागरूक किया गया है। कोयला चोरी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
राजीव रंजन
एसपी, पाकुड़