पहले कराते थे जलपान, अब खिला रहे सब्जी
संवाद सहयोगी पाकुड़ कोरोना ने व्यवसायियों को धंधा बदलने पर मजबूर कर दिया है। बदलते हाल
संवाद सहयोगी, पाकुड़ : कोरोना ने व्यवसायियों को धंधा बदलने पर मजबूर कर दिया है। बदलते हालात में कुछ लोगों ने अपने व्यवसाय तक बदल डाले हैं। ऐसे लोगों का कहना है कि मरता क्या नहीं करता, पेट पालना है तो कब तक घर पर हाथ पर हाथ धरे बैठा जा सकता है। स्थिति यह है कि पूड़ी, सब्जी, मूढ़ी, घुघनी, समोसा बेचने वाले दुकानदार अब हटिया व चौक स्थित नाश्ते की दुकान पर ही सब्जी और ब्रेड बेच रहे हैं।
गोकुलपुर के नाश्ता दुकानदार कुंदन यादव ने भी अपना व्यवसाय बदल लिया है। कुंदन शहर के गोकुलपुर में नाश्ता दुकान चलाते थे। इसी दुकान से अपना परिवार चलाते थे। लॉकडाउन के वजह से उनकी दुकानें 64 दिनों तक बंद रही। लॉकडाउन तीसरे चरण के बाद लगा कि फिलहाल उनकी दुकान खुलनेवाली नहीं है। परिवार व बच्चों की जरूरतों को कम नहीं किया जा सकता है। इसलिए विवश होकर अब सब्जी, ब्रेड, बिस्किट, पानी बेच रहा है।