मांसाहार के कारण विश्व में फैल रहा कोरोना: आचार्य दुर्गेश
मांसाहार के कारण पूरे विश्व में कोरोना जैसी महामारी फैल रही है। उक्त बातें रविवार शाम डांगापाड़ा में आयोजित भागवत कथा के दौरान प्रवचन करते हुए आचार्य दुर्गेश नंदन महाराज ने कही।
संवाद सूत्र, हिरणपुर (पाकुड़): प्रकृति के नियम के विपरीत चलने पर प्रलय संभव है। आज कोरोना जैसी त्रासदी सामने आई है। मांसाहार के कारण पूरे विश्व में कोरोना जैसी महामारी फैल रही है। उक्त बातें रविवार शाम डांगापाड़ा में आयोजित भागवत कथा के दौरान प्रवचन करते हुए आचार्य दुर्गेश नंदन महाराज ने कही। कथावाचक ने कहा कि चीन जैसे देशों में कच्चे मांस का भक्षण किया जाता है। इसके दुष्प्रभाव नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत प्राचीन संस्कृति से परिपूर्ण देश है। गलत कार्य का निर्वाह करने पर प्रकृति बदला लेगी। उन्होंने कहा कि दूध-घी में असीम शक्ति है। इससे बेहतर कुछ नहीं।
राजा धर्मराज की कथा सुनाते हुए उन्होंने कहा कि राजा परीक्षित अपने राज्य का हाल जानने के लिए भ्रमण पर निकले। उन्होंने देखा कि जंगल में कलयुग एक बैल व गाय को मारने के लिए पीछा कर रहा है। गाय पृथ्वी व बैल धर्मराज था। यह देखकर परीक्षित राजा ने क्रोध में आकर कलयुग का वध करना चाहा तो कलयुग ने इस कृत्य के लिए क्षमा मांगी। परीक्षित ने आदेश दिया कि राज्य से निकल जाओ। कलयुग ने पूछा कि कहां जाऊं? तब परीक्षित ने बताया कि जुआ, मदिरापान व एक दूसरे की निदा किए जाने वाले स्थल पर ही कलयुग का आश्रय होगा। एक अन्य प्रसंग सुनाते हुए उन्होंने कहा कि इंसान से गलती होती है, लेकिन गलती को सहर्ष स्वीकार भी करना चाहिए। जो गलती को स्वीकार कर लिया, वही श्रेष्ठ कहलाता है। सत्य व धर्म को अंगीकार करके ही हम अपने जीवन को सार्थक बना सकते हैं।