नक्सली बंद के दौरान मुस्तैद रही पुलिस
पाकुड़ : शहीद पुलिस अधीक्षक अमरजीत बलिहार की हत्या मामले में दो माओवादियों को फांसी की
पाकुड़ : शहीद पुलिस अधीक्षक अमरजीत बलिहार की हत्या मामले में दो माओवादियों को फांसी की सजा सुनाए जाने के खिलाफ नक्सली संगठन द्वारा बुलाए गए बंद का असर जिले में नहीं दिखा। नक्सल प्रभावित लिट्टीपाड़ा, अमड़ापाड़ा व पाकुडिया थाना क्षेत्र में जन-जीवन पहले की तरह सामान्य रही। हालांकि पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र प्रसाद वर्णवाल ने नक्सल प्रभावित थाना के थानेदारों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया था। तीनों थाने की पुलिस दिन-रात चौकस थी। संदिग्धों पर नजर रखी जा रही थी।
नक्सली संगठन के संताल बंद को लेकर पुलिस अधीक्षक ने धनबाद से 50 की संख्या में आइआरबी जवान मंगाए थे। लोकल पुलिस को भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया था। लिट्टीपाड़ा व अमड़ापाड़ा थाना क्षेत्र में चप्पे-चप्पे पर आइआरबी व 100 होमगार्ड के जवान सहित जिला पुलिस तैनात थे। लिट्टीपाड़ा-गोड्डा व अमड़ापाड़ा-दुमका के रास्ते आने-जाने वाले लोगों पर पुलिस की विशेष निगाह थी। पुलिस ने कई जगहों पर वाहनों को रोककर तलाशी ली। आज भी नक्सल प्रभावित थाना क्षेत्र में विशेष चौकसी रहेगी। पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र प्रसाद वर्णवाल ने बताया कि नक्सली बंद को लेकर पुलिस मुख्यालय से अलर्ट किया गया था। बंदी को लेकर लिट्टीपाड़ा, अमड़ापाड़ा, सिमलौंग व पाकुड़यिा थाना को दो दिन तक चौकस रहने का निर्देश दिया गया है। बंदी के दौरान संदिग्धों पर नजर रखने का भी निर्देश दिया गया है। लिट्टीपाड़ा, अमड़ापाड़ा व सिमलौंग थाना पुलिस को नक्सल प्रभावित गांवों में दो दिन तक लगातार एलआरपी अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है। एसपी ने कहा कि जिले में नक्सल बंद बेअसर रहा। बंद के दौरान कोई भी अप्रिय घटना नहीं हुई।