एसीबी एसपी ने की मनरेगा योजना स्थल की जांच
हिरणपुर(पाकुड़): भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के सीनियर एसपी सुदर्शन प्रसाद मंडल के न
हिरणपुर(पाकुड़): भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के सीनियर एसपी सुदर्शन प्रसाद मंडल के नेतृत्व में हिरणपुर पहुंची टीम ने मंगलवार को प्रखंड के बागशीशा स्थित मनरेगा के तहत निर्मित तीन तालाब जीर्णोद्धार कार्य की जांच की। जांच क्रम में बीडीओ गिरिजा शंकर महतो भी उपस्थित थे।
विदित हो कि बागशीशा में वर्ष 2014-15 को कृष्णा मड़ैया, देवेन साहा व बलदेव साहा के जमीन पर स्थित तालाब का लाखों रूपये की राशि से मनरेगा योजना के तहत जीर्णोद्धार व घाट निर्माण किया गया था। जिसमें फर्जी निकासी व मजदूरों का भुगतान नहीं करने को लेकर श्रमिकों ने उपायुक्त से शिकायत की थी। इसको लेकर जिले के आला अधिकारियों के द्वारा वृहत रूप से जांच करने पर तीनों तालाब में करीब 1.91 लाख रुपये की अनियमितता सामने आई थी। बीडीओ गिरिजाशंकर महतो ने 3/11/2017 को इस अनियमितता को लेकर तत्कालीन बीडीओ क्रमश: धीरज कुमार, प्रदीप कुमार, जफर हसनात, तत्कालीन बीपीआरओ सुरेंद्र नारायण साहा, सहायक अभियंता साइमन हेम्ब्रम, जेई सत्य नारायण ¨सह, पंचायत सचिव पशुपति पाल, रोजगार सेवक दानियल हेम्ब्रम, मेट रामरतन साहा व पोस्ट मास्टर साइमन हांसदा के खिलाफ थाना में फर्जी निकासी का मामला दर्ज कराया था।
जांच में पता चला कि ग्रामीण विकास विभाग पाकुड़ ने भी वित्तीय वर्ष 09-10 में बागशीशा स्थित कृष्णा मड़ैया के तालाब जीर्णोद्धार का कार्य 4.94 लाख, बलदेव साहा के तालाब का जीर्णोद्धार 8 लाख व देवेन साहा के जमीन पर स्थित तालाब जीर्णोद्धार का कार्य 4.94 लाख रुपये की राशि से कराई गई थी। इसमें बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई थी। इसको लेकर ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के तत्कालीन कार्यपालक अभियंता नेसारूल हक, सहायक अभियंता अविनाश कुमार सिन्हा, मेट रामरतन राम, तत्कालीन पोस्ट मास्टर विद्यापति मंडल के खिलाफ भी 4 नवंबर को कार्यपालक अभियंता सुरेंद्र ¨सह ने मामला दर्ज कराया था। जांच रिपोर्ट में उल्लेख किया गया था कि बिना कार्य पूर्ण किए ही दूसरी बार जीर्णोद्धार कार्य की गई। टीम में शामिल अधिकारियों ने तीनों तालाब की जांच कर ग्रामीणों से आवश्यक जानकारी ली। इस जांच को लेकर सीनियर एसपी ने कुछ भी बताने से साफ इंकार कर दिया। इससे पूर्व सीनियर एसपी ने प्रखंड कार्यालय पहुंचकर संबंधित अभिलेखों की जांच की। मौके पर बीपीओ अनुपम मिश्रा, बीपीआरओ राजेश कुमार रमण आदि उपस्थित थे।