Move to Jagran APP

बाहर फंसे मजदूर परिजनों को मोबाइल पर सुना रहे व्यथा

प्रखंड क्षेत्र के पलसा दराजपुर सोनारपाड़ा बोढ़ा सहित अन्य गांवों के 130 मजदूर वाराणसी के गणपाश नगर कॉलोनी में फंसे हैं। सभी मजदूर दो माह पूर्व ही रोजी-रोटी की तलाश में वाराणसी गए थे।

By JagranEdited By: Published: Sun, 03 May 2020 06:01 PM (IST)Updated: Sun, 03 May 2020 06:01 PM (IST)
बाहर फंसे मजदूर परिजनों को मोबाइल पर सुना रहे व्यथा
बाहर फंसे मजदूर परिजनों को मोबाइल पर सुना रहे व्यथा

संवाद सूत्र, महेशपुर (पाकुड़): प्रखंड क्षेत्र के पलसा, दराजपुर, सोनारपाड़ा, बोढ़ा सहित अन्य गांवों के 130 मजदूर वाराणसी के गणपाश नगर कॉलोनी में फंसे हैं। सभी मजदूर दो माह पूर्व ही रोजी-रोटी की तलाश में वाराणसी गए थे। लॉकडाउन की घोषणा के बाद सभी मजदूर वहीं फंस गए। वाराणसी में फंसे मजदूरों के परिजनों में चिता है। मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है कि बाहर फंसे मजदूरों को शीघ्र ही घर वापस लाया जाए। वाराणसी में फंसे मजदूर मोबाइल पर परिजनों से बात कर अपनी व्यथा सुना रहे हैं।

loksabha election banner

वाराणसी में फंसे धोलू शेख, साकिर शेख, मासेमा बेबा, हसन शेख, सद्दाम शेख, आसमानी खातून, आलमगीर शेख, अनुवारा शेख ने मोबाइल पर अपने परिजनों को बताया कि उनलोगों का राशन खत्म हो गया है। कंपनी से निकाल दिया गया है। भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। मजदूरों ने बताया कि जिस कंपनी में वे लोग काम करते थे, लॉकडाउन के कारण वह बंद हो चुकी है। कंपनी की ओर से रहने के लिए एक कमरा दिया गया है, जो कि छोटा पड़ जा रहा है। 130 लोगों को एकसाथ रहने में काफी परेशानी हो रही है। सहायता के नाम पर कंपनी प्रबंधन ने सिर्फ खानापूर्ति कर रही है। मजदूरों का दर्द सुनकर उनके परिवार काफी परेशान हैं। परिजनों ने प्रशासन से मांग की है कि शीघ्र ही वाराणसी में फंसे मजदूरों को घर लाने की व्यवस्था की जाए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.