बाहर फंसे मजदूर परिजनों को मोबाइल पर सुना रहे व्यथा
प्रखंड क्षेत्र के पलसा दराजपुर सोनारपाड़ा बोढ़ा सहित अन्य गांवों के 130 मजदूर वाराणसी के गणपाश नगर कॉलोनी में फंसे हैं। सभी मजदूर दो माह पूर्व ही रोजी-रोटी की तलाश में वाराणसी गए थे।
संवाद सूत्र, महेशपुर (पाकुड़): प्रखंड क्षेत्र के पलसा, दराजपुर, सोनारपाड़ा, बोढ़ा सहित अन्य गांवों के 130 मजदूर वाराणसी के गणपाश नगर कॉलोनी में फंसे हैं। सभी मजदूर दो माह पूर्व ही रोजी-रोटी की तलाश में वाराणसी गए थे। लॉकडाउन की घोषणा के बाद सभी मजदूर वहीं फंस गए। वाराणसी में फंसे मजदूरों के परिजनों में चिता है। मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है कि बाहर फंसे मजदूरों को शीघ्र ही घर वापस लाया जाए। वाराणसी में फंसे मजदूर मोबाइल पर परिजनों से बात कर अपनी व्यथा सुना रहे हैं।
वाराणसी में फंसे धोलू शेख, साकिर शेख, मासेमा बेबा, हसन शेख, सद्दाम शेख, आसमानी खातून, आलमगीर शेख, अनुवारा शेख ने मोबाइल पर अपने परिजनों को बताया कि उनलोगों का राशन खत्म हो गया है। कंपनी से निकाल दिया गया है। भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। मजदूरों ने बताया कि जिस कंपनी में वे लोग काम करते थे, लॉकडाउन के कारण वह बंद हो चुकी है। कंपनी की ओर से रहने के लिए एक कमरा दिया गया है, जो कि छोटा पड़ जा रहा है। 130 लोगों को एकसाथ रहने में काफी परेशानी हो रही है। सहायता के नाम पर कंपनी प्रबंधन ने सिर्फ खानापूर्ति कर रही है। मजदूरों का दर्द सुनकर उनके परिवार काफी परेशान हैं। परिजनों ने प्रशासन से मांग की है कि शीघ्र ही वाराणसी में फंसे मजदूरों को घर लाने की व्यवस्था की जाए।